शेयर बाजार में गिरावट: सेंसेक्स 1,769 अंक लुढ़का, निफ्टी में 2% की कमी
भारतीय शेयर बाजार में 3 अक्टूबर, 2024 को भारी गिरावट आई, जिसमें सेंसेक्स 1,769 अंक लुढ़क गया और निफ्टी 50 में 2% की कमी आई। यह गिरावट दो महीनों की सबसे बड़ी है और इसे करेंट अकाउंट डेफिसिट में वृद्धि और कमजोर मैन्युफैक्चरिंग डाटा से जोड़ा गया है। प्रमुख क्षेत्रों में बिकवाली हुई, जबकि कुछ टेक कंपनियों ने लाभ कमाया।
इन्फोसिस Q1 FY25 परिणाम: बढ़ती राजस्व वृद्धि की भविष्यवाणी
इन्फोसिस लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 7.1 प्रतिशत की वार्षिक बढ़त के साथ मुनाफे की रिपोर्ट की है। कंपनी ने अपने राजस्व वृद्धि की भविष्यवाणी को बढ़ाकर 3-4 प्रतिशत कर दिया है। कंपनी के सीईओ और एमडी सलील पारेख ने इस प्रदर्शन का श्रेय उनकी अलग सेवा की पेशकशों, क्लाइंट ट्रस्ट, और उत्साही निष्पादन को दिया।
भारत के प्रमुख शहरों में सोने की ताजा कीमतें: 9 जुलाई, 2024 के लिए अद्यतन जानकारी
भारत के विभिन्न शहरों में 9 जुलाई, 2024 के लिए सोने की कीमतों की विस्तृत जानकारी इस लेख में प्रदान की गई है। हैदराबाद, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, नई दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों में 22 और 24 कैरेट सोने की ताजा कीमतें जानें। इसमें अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार का भी उल्लेख है।
अंबुजा सीमेंट्स ने पेनना सीमेंट अधिग्रहण के बाद 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुँच
अंबुजा सीमेंट्स के शेयर की कीमत पेनना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (PCIL) के अधिग्रहण की घोषणा के बाद 3% से अधिक की वृद्धि दर्ज करते हुए 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई है। अधिग्रहण का मूल्यांकन ₹10,422 करोड़ किया गया है और यह पूरी तरह से आंतरिक उपार्जनों के माध्यम से वित्तपोषित होगा।
GIFT Nifty ट्रेडिंग में भारी गिरावट के पीछे के कारण: बाजार में उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशक
GIFT Nifty डेरिवेटिव अनुबंधों का कारोबार मई में गिरावट दर्ज कर रहा है, जो अप्रैल में $82 बिलियन से घटकर $44.24 बिलियन रह गया। इस गिरावट के मुख्य कारण बाजार की अस्थिरता और विदेशी निवेशकों के व्यवहार में परिवर्तन हैं। चुनावी परिणामों को देखते हुए विदेशी निवेशकों की सतर्कता और अन्य कारकों ने इस गिरावट में योगदान दिया है।
Jio Financial का बढ़ता कदम: Reliance Retail के साथ 36,000 करोड़ का डिवाइस लीजिंग समझौता
Jio Financial Services ने Reliance Retail के साथ एक डिवाइस लीजिंग समझौता किया है, जिसकी कीमत 36,000 करोड़ रुपये है। इस समझौते के तहत Jio की इकाई, Jio Leasing Services, टेलीकॉम उपकरण और डिवाइस खरीदेगी और फिर उन्हें किराए पर दिया जाएगा। यह डील वित्तीय वर्ष 2024-25 और 2025-26 के लिए होगी।