विराट कोहली का टी20 संन्यास
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलों से संन्यास लेने की घोषणा की है। कोहली ने यह घोषणा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रिजर्व बैंक के पर केंसिंग्टन ओवल में खेले गए विश्व कप फाइनल के बाद की। 35 वर्षीय कोहली ने इस मुकाबले में एक संघर्षपूर्ण 76 रन की पारी खेली, जिसने भारत को सात रन की जीत दिलाने में मुख्य भूमिका निभाई। कोहली ने अपने अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन किया और भारत को विश्व कप 2023 का खिताब जिताया।
विराट कोहली: आधुनिक युग के शानदार बल्लेबाज
विराट कोहली को आधुनिक युग के महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। उनके टी20 करियर की बात करें तो उन्होंने 125 मैचों में 137 के स्ट्राइक रेट से 4188 रन बनाए हैं। हालांकि, इस टूर्नामेंट में कोहली फॉर्म में नहीं चल रहे थे, लेकिन फाइनल मुकाबले में उन्होंने अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया।
कोहली की इस पारी के दौरान भारतीय टीम एक मुश्किल स्थिति में थी, 34-3 पर टीम का हालत गंभीर थी। इस समय कोहली ने अक्षर पटेल के साथ मिलकर टीम को 176-7 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया, जो कि टी20 विश्व कप फाइनल का सबसे उच्चतम स्कोर था।
संन्यास की घोषणा और भावनात्मक पल
कोहली अपनी टी20 करियर की समाप्ति की घोषणा करते समय बहुत ही भावुक हो गए। उन्होंने कहा, 'यह मेरे लिए भारत के लिए खेला गया आखिरी टी20 मैच था और अब समय आ गया है कि अगली पीढ़ी इस खेल को आगे बढ़ाए।' उन्होंने कहा कि उनका टी20 से संन्यास का निर्णय कोई छिपी हुई बात नहीं थी और वह एक लंबे समय से इसे लेकर स्पष्ट थे।
कोहली ने अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा के दौरान अपने करियर के उन खास पलों को याद किया, जिन्होंने उन्हें व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से परिभाषित किया। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के सभी सदस्यों, कोचों, और स्टाफ को धन्यवाद दिया जिन्होंने उनके करियर में उनका साथ दिया।
खेल के प्रति उनका अडिग समर्पण
कोहली के पास खेल के प्रति अद्वितीय समर्पण है और उन्हें हमेशा इस रूप में याद किया जाएगा। उनके खेल मात्र रन स्कोरिंग तक सीमित नहीं थे, बल्कि उन्होंने अपनी फिटनेस, मेहतन और टीम की जीत के प्रति प्रतिबद्धता भी दिखाई। उनकी प्रेरणादायक कहानी और उनकी युवा पीढ़ी पर प्रभाव निश्चित रूप से एक विरासत छोड़ जाएगा।
भारत के लिए गौरव का क्षण
यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक शानदार उपलब्धि है, जो 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से पहला वैश्विक खिताब है। कोहली का प्रदर्शन भारत के लिए गर्व का कारण बना और उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उन्होंने सही समय पर संन्यास का निर्णय लिया।
काफी समय से क्रिकेट के मैदान पर खेलते हुए, विराट कोहली ने कई बड़े रिकॉर्ड बनाए और क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक खास स्थान बनाया। उनका ये अंतिम टी20 मैच विश्व कप फाइनल जीत के साथ खत्म होना निश्चित रूप से उनके करियर को एक यादगार अंत प्रदान करता है।
आखिर में, उन्होंने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने अपने अंतिम टी20 मैच में टीम की जीत में योगदान दिया जब यह सबसे महत्वपूर्ण था। यह समय नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए है और मुझे यकीन है कि वे भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।'
इस खबर के साथ, उनके प्रशंसकों, क्रिकेट प्रेमियों और सभी भारतीयों में संतोष और गर्व का एक मिला-जुला अहसास है। विराट कोहली का टी20 से संन्यास भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत है, लेकिन साथ ही यह नई उम्मीदों और संभावनाओं की शुरुआत भी है।
Sonia Renthlei
जुलाई 1, 2024 AT 17:53विराट के इस फैसले को देखकर लगा जैसे कोई अपनी जान छोड़ रहा हो। उनकी फिटनेस, उनकी डिसिप्लिन, उनका जुनून - सब कुछ एक अलग ही लेवल का था। मैंने उनका फाइनल मैच देखा और आँखें भर आईं। उन्होंने जो किया, वो कोई रन नहीं, एक इमोशनल रिवॉल्यूशन था। अब युवा खिलाड़ी इस दबाव को समझेंगे कि टीम के लिए खेलना क्या होता है।
मैंने उनके बचपन के इंटरव्यू देखे थे, जब वो बस एक छोटा लड़का था जो अपने पापा के साथ गली में बॉल फेंक रहा था। और आज वो विश्व कप जीतकर संन्यास ले रहे हैं। ये कोई यात्रा नहीं, ये तो एक अद्भुत कहानी है।
हमारे यहाँ बहुत सारे खिलाड़ी हैं जो रन बनाते हैं, लेकिन विराट तो एक ऐसा इंसान है जिसने खेल को एक धर्म बना दिया। उनके बिना टीम अधूरी लगेगी, लेकिन उनके बाद की पीढ़ी भी उनकी तरह बनेगी - इस बात का विश्वास है।
मैं जब अपने बेटे को क्रिकेट सिखाती हूँ, तो उसे विराट की फिलॉसफी समझाती हूँ। जीतने के लिए नहीं, बल्कि अपने आप को हर दिन बेहतर बनाने के लिए खेलो। वो बस एक खिलाड़ी नहीं, वो एक टीचर हैं।
Nalini Singh
जुलाई 2, 2024 AT 12:24विराट कोहली के इस कदम को आदर के साथ स्वीकार किया जाना चाहिए। उन्होंने न केवल खेल को बदल दिया, बल्कि भारतीय युवाओं के लिए एक नया मानक स्थापित किया है। उनकी निष्ठा, अनुशासन और अखंडता कोई अन्य खिलाड़ी नहीं दिखा सका। इस संन्यास को एक समाप्ति नहीं, बल्कि एक उत्कृष्टता का प्रतीक माना जाना चाहिए।
Arjun Singh
जुलाई 3, 2024 AT 11:44अरे भाई, ये वाला फाइनल तो बस एक गेम था, लेकिन उसके बाद जो फेसबुक वाला रिएक्शन हुआ, वो तो एक पूरा रिलिज था। विराट के बिना टीम का क्या होगा? अब बस एक नया राजा चाहिए जो इतना जोश लेकर आए।
मैंने देखा कि उन्होंने जब ओवर के आखिरी बॉल पर छक्का मारा, तो स्टेडियम एक दम चुप हो गया… फिर वो बोला ‘अब तुम्हारी बारी है’ - ये तो शायद इतिहास का सबसे बड़ा ट्रांसफर ऑफ पावर है।
Siddhesh Salgaonkar
जुलाई 3, 2024 AT 12:39बस एक फाइनल में अच्छा खेल दिया और अब संन्यास? 😂 ये तो बहुत ट्रेंडी वाला एंडिंग है। जब तक टीम जीत रही थी, तब तक वो थे, अब जब बाकी लोगों को भी दिखाना है कि वो कितने ग्रेट हैं… बस इतना ही।
मैंने देखा था उन्होंने 2021 में भी बहुत बुरा खेला था, लेकिन फाइनल में एक शानदार पारी बनाकर सबको चुप करा दिया। ये तो बस एक फेक एंडिंग है, जैसे फिल्मों में होता है 😏
Roshini Kumar
जुलाई 4, 2024 AT 17:15कोहली ने संन्यास लिया? ओह तो अब ये भी एक ट्रेंड हो गया? 😒 अगर तुम्हारा अंतिम मैच जीत गया तो तुम ग्रेट हो जाते हो? अगर वो हार जाते तो अब तक लोग क्या बोलते? ‘अरे ये तो फेल हो गया’… अब तो बस बहाना बन गया।
और हाँ, ‘नई पीढ़ी’ को छोड़ देना भी तो एक तरह का डर है ना? 😏
UMESH DEVADIGA
जुलाई 5, 2024 AT 15:42मैं तो बस इतना कहूँगा कि विराट के बिना टीम का दिल थम गया। मैंने उनके आखिरी ओवर को देखा और मेरा दिल टूट गया। उन्होंने जो दिया, वो कोई रन नहीं - वो तो एक दर्द था। अब जब भी कोई नया बल्लेबाज आएगा, तो लोग उसकी तुलना उनसे करेंगे… और वो असंभव है।
मैं तो अब बस रो रहा हूँ। ये जीत भी अब एक दर्द की तरह लग रही है।
Aryan Sharma
जुलाई 6, 2024 AT 17:49ये सब बकवास है। विराट कोहली को बस एक बार भी चेक करो कि उसने अपने बेटे को खेलने के लिए क्या सिखाया? नहीं? तो फिर ये सब फेक इमोशन है। वो तो बस अपनी इमेज के लिए खेल रहा था।
और ये विश्व कप जीत? बस एक अच्छा दिन था। अगर वो इतना ग्रेट है तो फिर 2019 में क्यों नहीं जीता? क्या वो बस जब जीतने का मौका आया तभी अच्छा खेला? ये तो बस एक नाटक है।
Devendra Singh
जुलाई 7, 2024 AT 16:55संन्यास लेना तो एक बहुत ही राजनीतिक फैसला है। अगर विराट कोहली ने इसे अगले साल तक टाल देते, तो वो अपने रिकॉर्ड्स को और बढ़ा सकते थे। ये फैसला न तो खेल के लिए है, न ही टीम के लिए - ये तो ब्रांडिंग का एक बड़ा मूव है।
हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि वो एक क्रिकेटर नहीं, एक मार्केटिंग जेनियस हैं। उनका ये फैसला भी एक प्रोडक्ट लॉन्च की तरह है - एक बड़ा ड्रामा, एक बड़ा एंडिंग, और एक बड़ा ब्रांड।
और जब तक आप इसे एक खेल के रूप में नहीं समझेंगे, तब तक आप इसे समझ नहीं पाएंगे। ये खेल नहीं, ये बिजनेस है।