स्टॉक स्प्लिट क्या है? आपके निवेश को समझाने वाला गाइड

अगर आप शेयर बाजार में हैं तो "स्टॉक स्प्लिट" शब्द अक्सर सुनते हैं। लेकिन इसका मतलब क्या है, और आपके पैसों पर इसका असर कैसे पड़ता है, अक्सर साफ नहीं होता। चलिए, इसे आसान शब्दों में तोड़ते हैं।

स्टॉक स्प्लिट का मूल विचार यह है कि कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को छोटे हिस्सों में बाँट देती है। जैसे 1 शेयर को 2 हिस्सों में बदलना (2‑for‑1) या 1 शेयर को 5 हिस्सों में बदलना (5‑for‑1)। इससे कुल शेयरों की संख्या बढ़ती है, लेकिन कंपनी की कुल वैल्यू वही रहती है।

स्टॉक स्प्लिट के प्रकार

डिवीजन दो रूपों में हो सकता है: फ़ॉरवर्ड स्प्लिट और रिवर्स स्प्लिट। फॉरवर्ड स्प्लिट में शेयरों की संख्या बढ़ती है, जैसे 1 शेयर को 10‑for‑1 बनाना। इसका मकसद शेयर की कीमत को किफ़ायती बनाकर छोटे निवेशकों को आकर्षित करना होता है।

रिवर्स स्प्लिट में उल्टा होता है – कंपनी शेयरों की संख्या घटाकर हर शेयर की कीमत बढ़ा देती है। यह अक्सर तब किया जाता है जब शेयर बहुत नीचे गिर गया हो और कंपनी को न्यूनतम सूचीबद्ध कीमत के मानक को पूरा करना हो।

स्टॉक स्प्लिट से आपको क्या लाभ या नुकसान हो सकता है

स्प्लिट के तुरंत बाद शेयर की कीमत आमतौर पर नीचे गिरती है, क्योंकि अब शेयरों की संख्या ज्यादा है। लेकिन असली मूल्य वही रहता है – आपके पास अधिक शेयर, लेकिन प्रत्येक का मूल्य कम। अगर कंपनी का मूलभूत काम मजबूत है, तो लंबी अवधि में आप फायदा उठा सकते हैं।

दूसरी तरफ, रिवर्स स्प्लिट से शेयर कीमत बढ़ती है, जिससे छोटे निवेशकों को बाहर निकालना आसान हो सकता है। यह कभी‑कभी निवेशकों के भरोसे को कम कर सकता है, क्योंकि ऐसा लगता है कि कंपनी को कीमत बढ़ाने की ज़रूरत है।

क्या स्प्लिट से आपका पोर्टफोलियो तुरंत बढ़ेगा? नहीं। यह सिर्फ एक तकनीकी कदम है। असली लाभ तब मिलता है जब कंपनी का बिज़नेस अच्छा चलता रहे और शेयर की कुल बाजार पूंजी बढ़े।

स्प्लिट के बारे में जानने के लिए इन पॉइंट्स को याद रखें:

  • स्प्लिट से कंपनी की कुल वैल्यू नहीं बदलती।
  • फॉरवर्ड स्प्लिट शेयरों को सस्ते बनाता है, रिवर्स स्प्लिट कीमत बढ़ाता है।
  • स्प्लिट के बाद कीमत में थोड़ी उतार‑चढ़ाव हो सकता है, लेकिन दीर्घकालिक प्रभाव कंपनी के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।

अगर आप स्टॉक स्प्लिट वाले शेयरों में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो कंपनी की फाइनेंशियल रिपोर्ट, ग्रोथ प्रोजेक्शन और मार्केट ट्रेंड देखना न भूलें। सिर्फ स्प्लिट पर ध्यान देना अधूरा रहेगा।

आशा है अब आपको स्टॉक स्प्लिट की पूरी समझ आ गई होगी। अगले बार जब कोई कंपनी अपना स्प्लिट ऐलान करे, तो इस गाइड को याद रखिए और सोचिए कि यह आपके निवेश लक्ष्य के साथ कैसे फिट बैठता है।

Adani Power का 1:5 स्टॉक स्प्लिट मंजूर: फेस वैल्यू ₹10 से ₹2, रिकॉर्ड डेट 22 सितंबर 2025

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 20 सित॰ 2025    टिप्पणि(0)
Adani Power का 1:5 स्टॉक स्प्लिट मंजूर: फेस वैल्यू ₹10 से ₹2, रिकॉर्ड डेट 22 सितंबर 2025

Adani Power ने पहला 1:5 स्टॉक स्प्लिट मंजूर किया है। हर ₹10 फेस वैल्यू शेयर अब ₹2 के पाँच शेयर में बंटेगा। रिकॉर्ड डेट 22 सितंबर 2025 रखी गई है, 19 सितंबर तक शेयर रखने वालों को लाभ मिलेगा। इसका मकसद लिक्विडिटी और रिटेल एक्सेस बढ़ाना है। कंपनी ने जून तिमाही में मजबूत नतीजे दिए—EPS ₹7.94 और मुनाफा ₹3,119.26 करोड़।