SC/ST आरक्षण: सरल भाषा में पूरी जानकारी

आपने अक्सर समाचार या बातचीत में SC/ST आरक्षण के बारे में सुना होगा, लेकिन असल में इसका मतलब क्या है? चलिए आसान शब्दों में समझते हैं। भारत में अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) को शिक्षा, नौकरी और राजनीति में निश्चित प्रतिशत का कोटा दिया जाता है ताकि उनके लिये बराबर मौके बन सकें।

आरक्षण क्यों शुरू हुआ?

स्वतंत्रता के बाद हमारे देश की सामाजिक संरचना बहुत ही असमान थी। SC और ST समुदायों को शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक तौर पर पीछे रखा गया था। इसलिए संविधान ने इन समूहों को ऊपर उठाने के लिए आरक्षण का प्रावधान किया। इस कदम से उन्हें स्कूल, कॉलेज, सरकारी नौकरी और संसद में सीटें मिलने लगीं।

आज के समय में आरक्षण कैसे काम करता है?

सरकारी नौकरियों में 15% SC, 7.5% ST का कोटा होता है, जबकि राज्य स्तर पर ये प्रतिशत थोड़ा बदल सकते हैं। शिक्षण संस्थानों में भी वही प्रतिशत लागू होता है, जिससे इन समुदायों के विद्यार्थियों को प्रवेश मिल सके। राजनीति में संसद के लोअर हाउस (लोकसभा) और कई राज्य विधानसभा में सीटें आरक्षित होती हैं।

आरक्षण सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि एक अवसर है। उदाहरण लेिए, यदि किसी कॉलेज में 100 सीटें हों तो 15 SC छात्रों और 7-8 ST छात्रों को बिना प्रतिस्पर्धा के जगह मिलती है। बाकी स्थान आम तौर पर खुले होते हैं जहाँ सभी वर्गों से उम्मीदवार प्रतियोगिता करते हैं।

क्या आप जानना चाहते हैं कि इस कोटे का लाभ कैसे उठाएं? सबसे पहले आपको अपना जाति प्रमाणपत्र (SC/ST) बनवाना होगा, जो सरकारी या जिला तहसील कार्यालय में मिल सकता है। फिर संबंधित शैक्षणिक संस्थान या विभाग की वेबसाइट पर आवेदन फॉर्म भरें और अपने दस्तावेज़ अपलोड करें। अधिकांश मामलों में ऑनलाइन प्रक्रिया आसान होती है।

ध्यान रखें कि आरक्षण का फायदा तभी मिलेगा जब आप सभी आवश्यक कागजात सही समय पर जमा करेंगे। कई बार देर से या अधूरे दस्तावेज़ों की वजह से आवेदन रद्द हो जाता है। इसलिए एक चेकलिस्ट बनाकर सब कुछ तैयार रखें: जाति प्रमाणपत्र, आय प्रमाण पत्र (यदि जरूरत हो), शैक्षणिक सर्टिफिकेट और फोटो।

आरक्षण के बारे में अक्सर सवाल आते हैं—क्या यह अन्य वर्गों को नुकसान पहुँचाता है? असल में इसका उद्देश्य समानता लाना है, न कि किसी का हनन करना। जब तक सभी समूहों को अवसर मिले, तब तक समाज में संतुलित विकास संभव हो पाता है।

आजकल कई नई पहलें भी चल रही हैं जैसे स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम और उद्यमिता सहायता, जो विशेष रूप से SC/ST युवाओं के लिए तैयार की गई हैं। ये कार्यक्रम नौकरी पाने या अपना व्यापार शुरू करने में मदद करते हैं। आप अपने नजदीकी रोजगार कार्यालय या सरकारी पोर्टल पर इनके बारे में जानकारी ले सकते हैं।

समाप्ति में, अगर आप या आपका कोई जानने वाला SC/ST वर्ग से है और शिक्षा या नौकरी में आगे बढ़ना चाहता है, तो आरक्षण एक मजबूत कदम हो सकता है। सही जानकारी, समय पर आवेदन और आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखकर इस अवसर को पूरी तरह उपयोग करें।

भारत बंद: सुप्रीम कोर्ट के SC/ST आरक्षण फैसले के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 22 अग॰ 2024    टिप्पणि(0)
भारत बंद: सुप्रीम कोर्ट के SC/ST आरक्षण फैसले के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन

21 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट के हालिया SC/ST आरक्षण फैसले के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल, 'भारत बंद' का आयोजन किया गया। बिहार और झारखंड सहित कई राज्यों में यह बंद ज्यादा प्रभावशाली रहा। पुलिस ने कई जिलों में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया।