मंत्रिमंडल गठन क्या है?
जब भी देश में बड़ी राजनीति बदलती है या चुनाव होते हैं, सरकार का सबसे बड़ा काम नया मंत्रिमंडल बनाना होता है। इस प्रक्रिया को ही हम ‘मंत्रिमंडल गठन’ कहते हैं। आसान शब्दों में कहें तो यह वह समय है जब प्रधान मंत्री या मुख्यमंत्री अपने भरोसेमंद लोगों को विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी देता है।
आप शायद सोच रहे होंगे, इस बदलाव का हमारे रोज़मर्रा के जीवन से क्या लेना‑देना है? असल में, हर मंत्रालय—जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त—का काम सीधे आपके ऊपर असर डालता है। इसलिए मंत्रिमंडल बनते ही जनता को नई नीतियों और योजनाओं की झलक मिलती है।
क्यों होता है मंत्रिमंडल गठन?
मुख्य कारण दो होते हैं: पहली, चुनाव के बाद या किसी बड़े राजनीतिक बदलाव के बाद नए चेहरे लाना; दूसरी, मौजूदा मंत्री को पद से हटाकर बेहतर काम करने वाले को देना। कभी‑कभी पार्टी में अंदरूनी मतभेद भी इसको तेज़ कर देते हैं। जब नई टीम बनती है, तो अक्सर पुरानी नीतियों में सुधार या पूरी तरह नया दृष्टिकोण लाने की कोशिश होती है।
उदाहरण के तौर पर अगर स्वास्थ्य मंत्रालय का नया मंत्री आता है, तो वह अस्पतालों में सुविधाएँ बढ़ाने, दवाओं की कीमत घटाने जैसे कदम उठा सकता है। इसी तरह वित्त मंत्री बदलने से टैक्स रेट, बजट और सरकारी खर्च में बदलाव आ सकते हैं। इसलिए मंत्रिमंडल गठन को सिर्फ राजनैतिक खेल नहीं, बल्कि जनता के लिए नई दिशा समझा जा सकता है।
हाल की प्रमुख गठनों की झलक
पिछले कुछ महीनों में भारत में कई बार मंत्रिमंडल गठन हुआ है। सबसे पहले, केंद्र सरकार ने 2024 के बजट के बाद एक व्यापक reshuffle किया, जिसमें युवा नेताओं को बड़े पदों पर रखा गया। इससे नई योजनाओं जैसे ‘डिजिटल साक्षरता’ और ‘कुशल कार्यकर्ता प्रशिक्षण’ को तेज़ी मिली।
उत्तरी राज्यों में भी कई बार मुख्यमंत्री ने नए मंत्रियों को जिम्मेदारी दी। उदाहरण के तौर पर हिमाचल प्रदेश ने जल संरक्षण पर फोकस करने वाले मंत्री को नियुक्त किया, जिससे छोटे किसान अब बेहतर सिंचाई तकनीक तक पहुँच पा रहे हैं। इसी तरह उत्तराखंड ने पर्यावरण मंत्रालय को मजबूत बनाया और जंगलों की रक्षा में नई पहल शुरू हुई।
इन बदलावों से स्थानीय स्तर पर रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में तुरंत असर दिखा। अगर आप अपने शहर में नई सड़क या स्कूल देख रहे हैं, तो संभावना है कि वह नया मंत्रिमंडल का कोई प्रमुख निर्णय हो सकता है।
कुल मिलाकर, मंत्रिमंडल गठन सिर्फ नाम बदलने की बात नहीं है; यह हर विभाग के काम को फिर से दिशा देता है। इसलिए जब भी नई घोषणा सुनें, उससे जुड़ी नीतियों पर एक नजर जरूर डालें। इससे आप समझ पाएँगे कि सरकार आपके रोज़मर्रा के जीवन में क्या नया कर रही है और कैसे आप उसका फायदा उठा सकते हैं।
नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, मंत्रिमंडल गठन की तैयारी जारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। शपथ ग्रहण से पहले मोदी ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और नेशनल वार मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। यह समारोह राष्ट्रपति भवन में शाम 7:15 बजे संपन्न होगा। इस मौके पर पड़ोसी देशों के विशेष मेहमान उपस्थित रहेंगे।