नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी तीसरी प्रशासनिक अवधि के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने का निर्णय किया है। इसके साथ ही वह जवाहरलाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। मोदी जी ने शपथ ग्रहण से पहले महात्मा गांधी के समर्पण को याद करने के लिए राजघाट पर पहुँचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वह नेशनल वार मेमोरियल गए जहां उन्होंने देश के शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में क्रमस: 7:15 PM पर आयोजित किया जाएगा, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु उन्हें शपथ दिलाएंगी। इस मौके पर विभिन्न पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहेंगे। राजधानी के आसपास के सड़कें बंद रहेंगी और समारोह के दौरान दोपहर 3 बजे से रात 11 बजे तक 'नो फ्लाइंग जोन' लागू किया जाएगा।
मंत्रिमंडल गठन की तैयारी
नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए मंत्रिमंडल गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके सहयोगी दल प्रमुख मंत्रालयों के एवं अपने-अपने विभागों के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मामलों जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों को अपने ही पास रखने की योजना बना रही है। जबकि उसके सहयोगी दलों को पाँच से आठ मंत्री पद मिलने की संभावना है।
तेलुगू देशम पार्टी (TDP), जनता दल (यूनाइटेड) और जनता दल (सॉशियलिस्ट) ने भी अपने खास मांगें बीजेपी के समक्ष रखी हैं। आगामी कार्यकाल में इन दलों की सहभागिता की उम्मीद जताई जा रही है।
समारोह की तैयारियां
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों के लिए राजधानी के विभिन्न मुख्य सड़कों पर यातायात प्रतिबंध लगाए गए हैं। सुरक्षा कारणों के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन के आसपास के इलाकों में पुलिस की भारी तैनाती की गई है। प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन द्वारा निगरानी की जा रही है। समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
मोदी कैबिनेट 3.0
शपथ ग्रहण के बाद नरेंद्र मोदी अपने नए मंत्रिमंडल के सदस्यों की घोषणा करेंगे, जिसे इंडिया में 'मोदी कैबिनेट 3.0' के नाम से जाना जाएगा। नई कैबिनेट से जनता की बहुत उम्मीदें हैं और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर मोदी सरकार का रुख क्या होगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेना भारतीय राजनीति में एक नया अध्याय शुरू करने जा रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले पाँच सालों में मोदी सरकार किस दिशा में देश को आगे ले जाएगी।
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