कंचनजंघा एक्सप्रेस: पूरी जानकारी एक जगह

अगर आप शिलॉन्ग से दिल्ली या उत्तर‑पूर्व भारत की किसी भी बड़ी नगरी तक जाना चाहते हैं, तो कंचनजंघा एक्सप्रेस आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। यह ट्रेन एशिया के सबसे ऊँचे पर्वतों में से एक, कंचनजंघा के नाम पर रखी गई है और रोज़ाना कई शहरों को जोड़ती है। नीचे हम टाइम टेबल, बुकिंग तरीका, रूट डिटेल्स और कुछ काम की टिप्स बताएंगे—सभी आसान भाषा में।

ट्रेन का रूट और समय सारिणी

कंचनजंघा एक्सप्रेस मुख्य रूप से गुड़ाख़, दिल्ली, नई दिल्ली, बरेली, लखनऊ और शिलॉन्ग को जोड़ता है। सामान्यतः यह ट्रेन सुबह 6 बजे एशिया के गेटवे (शिलॉन्ग) से रवाना होती है और दो‑तीन दिन में दिल्ली पहुंचती है। मुख्य स्टेशन पर अनुमानित आगमन समय इस प्रकार है:

  • गुड़ाख़ – 07:45 बजे सुबह
  • बरेली – अगले दिन 01:30 बजे रात
  • लखनऊ – अगले दिन 08:15 बजे सुबह
  • नई दिल्ली (NDLS) – तीसरे दिन 14:20 बजे दोपहर

ध्यान रखें, मौसम या ट्रैक में रख‑रखाव के कारण कुछ समय परिवर्तन हो सकता है। इसलिए यात्रा से पहले IRCTC या भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर रीयल‑टाइम अपडेट ज़रूर देखें।

ऑनलाइन टिकट बुकिंग कैसे करें?

बुकींग का सबसे आसान तरीका IRCTC ऐप या वेबसाइट है। नीचे कदम‑दर‑कदम प्रक्रिया दी गई है:

  1. IRCTC पर लॉग इन करें या नया अकाउंट बनाएं।
  2. ‘ट्रेन खोजें’ में ‘KANCHANJANGHA EXPRESS’ लिखें और आपका स्टार्ट स्टेशन चुनें (जैसे शिलॉन्ग)।
  3. तारीख, क्लास (SL/3A/2A आदि) चुनें और उपलब्ध सीटों की लिस्ट देखें।
  4. अपनी पसंदीदा कोटेशन पर ‘बुक नाउ’ दबाएं।
  5. पैमेंट गेटवे से डेबिट/क्रेडिट कार्ड या UPI के ज़रिए भुगतान करें।
  6. भुगतान हो जाने पर आपका PNR नंबर स्क्रीन पर दिखेगा, उसे सुरक्षित रखें।

अगर आप ऑफ‑लाइन बुकिंग पसंद करते हैं तो किसी भी पास के रेलवे स्टेशन पर स्थित टिकेट काउंटर से भी कर सकते हैं। याद रखें, ट्रैवल पीक सीज़न में 2–3 हफ्ते पहले बुक करना बेहतर रहता है।

ट्रेन की सुविधाओं में एसी स्लीपर, फर्स्ट क्लास और जनरल सेक्शन शामिल हैं। कुछ कोचों में रिट्रीटिंग बेड और ऑन‑बोर्ड वाटर सप्लाई भी उपलब्ध है। अगर आप खाने‑पीने के लिए पैक्ड मील चाहते हैं तो ‘इंडियन रेलेवेंट’ या ‘फूड कार्ट’ विकल्प चुन सकते हैं—ये सुईधुमा कीमत पर अच्छा खाना देते हैं।

यात्रा के दौरान कुछ छोटे-छोटे ट्रिक काम आएंगे: प्लेटफ़ॉर्म नंबर पहले से नोट कर लें, अपने बैग को लॉक करके रखें और ट्रेन में बोर नहीं होने के लिए मोबाइल में डाउनलोड किए गए फिल्म या किताबें साथ रखें। यदि आप शिलॉन्ग की खूबसूरती देखना चाहते हैं तो विंडो सीट बुक करें—पहाड़ों का नजारा जब तक दिल खुश कर दे, तब तक सफ़र भी मज़ेदार लगता है।

सारांश में कहें तो कंचनजंघा एक्सप्रेस एक भरोसेमंद और सस्ती ट्रेन सेवा प्रदान करती है जो कई प्रमुख शहरों को जोड़ती है। टाइम टेबल की नवीनतम जानकारी, ऑनलाइन बुकिंग के आसान कदम और यात्रा‑टिप्स इस पेज पर मिलेंगे—तो अब देर किस बात की? अपनी सीट अभी बुक करें और शिलॉन्ग से नई दिल्ली तक का सफ़र आराम से तय करें।

कंचनजंघा एक्सप्रेस हादसा: 15 लोगों की मौत, 19 ट्रेनें रद्द, रेल मंत्री ने की ₹10 लाख मुआवजे की घोषणा

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 17 जून 2024    टिप्पणि(0)
कंचनजंघा एक्सप्रेस हादसा: 15 लोगों की मौत, 19 ट्रेनें रद्द, रेल मंत्री ने की ₹10 लाख मुआवजे की घोषणा

पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के पास रंगापानी स्टेशन पर एक बड़ी ट्रेन दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हो गई और लगभग 60 लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना के बाद रेल मंत्री ने मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख और गंभीर रूप से घायलों को ₹5 लाख मुआवजे की घोषणा की है। राहत और बचाव कार्य जारी है।