जय फ़िलिस्तीन – शिलॉन्ग समाचार में नवीनतम समाचार
अगर आप भारत‑फ़िलिस्तीन के बीच चल रही बातों को समझना चाहते हैं तो इस टैग पेज पर आएँ। यहाँ आपको रोज़ की ताज़ा खबरें मिलेंगी—राजनीतिक बयान, सामाजिक पहल और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया। हम सीधे भाषा में लिखते हैं ताकि हर कोई आसानी से पढ़ सके।
हालिया राजनीतिक developments
पिछले हफ्तों में कई प्रमुख घटनाएँ हुईं। भारत के नेताओं ने फ़िलिस्तीन के प्रति अपनी स्थिति दोबारा स्पष्ट की, जबकि फ़िलिस्तीन की ओर से भी नई दावें सामने आए। इन दोनों पक्षों के बीच बातचीत, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट और सशस्त्र बलों के संचालन को लेकर बहस लगातार चलती रहती है। इस टैग में आप उन सभी प्रमुख बयानों को एक जगह पढ़ सकते हैं—बिना किसी जटिल शब्दजाल के।
समाजिक पहल और जनसंवाद
राजनीति से अलग, फ़िलिस्तीन की सामाजिक स्थितियों पर भी ध्यान देना ज़रूरी है। कई NGOs ने शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के लिए नई योजनाएँ शुरू की हैं। भारतीय कलाकारों और लेखकों ने भी फ़िलिस्तीन की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिये कार्यक्रम आयोजित किए। इन कहानियों को हम यहाँ संक्षिप्त रूप में पेश करते हैं, ताकि आप जान सकें कि जमीन पर क्या हो रहा है।
शिलॉन्ग समाचार का लक्ष्य सिर्फ खबर देना नहीं, बल्कि पाठकों को समझदार बनाना है। इसलिए हर लेख में प्रमुख बिंदु हाइलाइट किए जाते हैं—जैसे कौन‑सी नीति बदल रही है या किस क्षेत्र में नया प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। आप चाहें तो टिप्पणी सेक्शन में अपनी राय भी दे सकते हैं; हमारी टीम अक्सर उनपर प्रतिक्रिया देती है।
जब आप इस पेज को खोलते हैं, तो सबसे पहले शीर्ष 5 लेख दिखेंगे। ये लेख आमतौर पर अधिक पढ़े जाते हैं और आपके समय के हिसाब से चुने गए होते हैं। अगर आपको कोई विशेष विषय चाहिए—जैसे आर्थिक प्रतिबंध या शरणार्थी समस्या—तो सर्च बॉक्स में लिखें, परिणाम तुरंत मिल जाएगा।
आगे बढ़ते हुए, हम हर दिन नई जानकारी जोड़ते रहते हैं। इसलिए इस टैग को बुकमार्क करना न भूलें। इससे आप बिना किसी मेहनत के फ़िलिस्तीन से जुड़ी ताज़ा खबरों पर अप‑टू‑डेट रह पाएँगे। आपका समय कीमती है, और हम वही दे रहे हैं जो आपको चाहिए—सच्ची, साफ़ और समझ में आने वाली ख़बरें।
असदुद्दीन ओवैसी के 'जय फिलिस्तीन' टिप्पणी पर विवाद: संसदीय कार्यवाही में हंगामा

एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने 18वीं लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान 'जय फिलिस्तीन' कहकर हंगामा खड़ा कर दिया है। उनके खिलाफ दो शिकायतें दर्ज हुई: एक वकील हरी शंकर जैन द्वारा और दूसरी विनीता जिंदल द्वारा, जो अनुच्छेद 103 के तहत ओवैसी की अयोग्यता की मांग कर रही हैं। ओवैसी ने अपने बयान का बचाव किया, जबकि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी उनकी टिप्पणी पर शिकायतें प्राप्त कीं। यह टिप्पणी संसद के रेकॉर्ड से हटा दी गई है।