IREDA क्या है? सरल शब्दों में जानिए

आईआरईडीए यानी इंडियन रिन्युएबल एनर्जी डिवेलपमेंट एजेंसी, भारत सरकार की एक वित्तीय संस्थान है। इसका काम नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स – सौर, पवन, बायो‑मैस आदि – को फंड देना और तकनीकी मदद करना है। छोटा किसान से लेकर बड़े उद्योग तक, सभी को किफ़ायती लोन या ग्रांट मिलते हैं ताकि हर जगह साफ़ बिजली पहुंच सके।

कहते हैं कि भारत की ऊर्जा जरूरतें बढ़ रही हैं, लेकिन साथ ही पर्यावरण की भी चिंता बढ़ी है। यही कारण है कि IREDA के पास 2020‑2030 तक 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश लक्ष्य है। यह लक्ष्य देश को सौर और पवन शक्ति में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

IREDA के प्रमुख वित्तीय प्रोग्राम

पहला, सौर लोन स्कीम – इसमे छोटे‑से‑छोटे सोलर पैनल इंस्टालेशन पर 15 % तक की सब्सिडी मिलती है और ब्याज दर भी कम रहती है। दूसरा, पवन ऊर्जा फंड जो टर्बाइन स्थापित करने वाले कंपनियों को दीर्घकालिक लोन देता है, अक्सर 7‑8 साल की अवधि में। तीसरा, बायो‑मैस ग्रांट्स – यहाँ किसान या छोटे उद्यमी अपने खेत के बायोगैस प्लांट को चलाने के लिए फंडिंग ले सकते हैं। ये प्रोग्राम एक ही बात करते हैं: पैसा आसान और तेज़ी से पहुँचाना, ताकि परियोजना देर न हो।

इनके अलावा IREDA ने हाल ही में हाइड्रोजन विकास पहल शुरू की है। यह नई तकनीक उद्योग को साफ‑इंधन की ओर ले जाने के लिए आवश्यक पूँजी प्रदान करेगी। कई स्टार्ट‑अप्स अब इस फंड से प्रोटोटाइप बनाकर बड़े बाजार में प्रवेश कर रहे हैं।

आप कैसे लाभ उठा सकते हैं?

अगर आप कोई नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना चलाने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले IREDA की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ और ‘अप्लाई फ़ॉर्म’ डाउनलोड करें। फॉर्म में आपके प्रोजेक्ट का स्कोप, लागत अनुमान और अपेक्षित लोन राशि लिखनी होगी। ध्यान रखें – दस्तावेज़ साफ‑सुथरे और सही हों, नहीं तो प्रोसेसिंग टाइम बढ़ सकता है।

दूसरा टिप: स्थानीय बैंक या वित्तीय संस्थान से पहले बात कर लें क्योंकि कई बार IREDA के फंड को बैंक भी डिस्बर्स करता है। इससे आपके पास दो स्तर की सुरक्षा मिलती है – एजेंसी का भरोसा और बैंक का सहयोग।

तीसरा, अगर आप बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं तो ‘ड्युअल फ़ाइनेंसिंग’ विकल्प देखें। यानी एक हिस्से को IREDA से लोन ले और बाकी को निजी इक्विटी या वेंचर कैपिटल से फंड करें। इससे ब्याज बोझ कम रहता है और जोखिम भी बाँट जाता है.

आख़िर में, याद रखें कि IREDA की मंजूरी मिलने पर आपको नियमित रिपोर्ट देना होता है – प्रोजेक्ट की प्रगति, ऊर्जा उत्पादन, और वित्तीय स्थिति। ये रिपोर्ट न सिर्फ आपके लोन को सुरक्षित रखती हैं बल्कि भविष्य के फंडिंग के दरवाज़े भी खोलती हैं.

समझ आया? अब आप जानते हैं कि IREDA क्या करता है, कौन‑सी स्कीम्स उपलब्ध हैं और कैसे आसान कदमों से अपने नवीकरणीय प्रोजेक्ट को शुरू कर सकते हैं. साफ़ ऊर्जा का भविष्य आपके हाथ में है – बस सही जानकारी और सही फंडिंग की जरूरत है।

फिलिप कैपिटल ने आईआरईडीए के शेयरों में 56% गिरावट की संभावना जताई, कहा कीमत पहले से ही उच्चतम मूल्य पर

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 15 जुल॰ 2024    टिप्पणि(0)
फिलिप कैपिटल ने आईआरईडीए के शेयरों में 56% गिरावट की संभावना जताई, कहा कीमत पहले से ही उच्चतम मूल्य पर

फिलिप कैपिटल ने आईआरईडीए पर अपनी सेल व्यू को बनाए रखा है और कहा है कि कंपनी की कमाई वृद्धि, ऋण वृद्धि के मुकाबले पिछड़ रही है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि वर्तमान स्टॉक मूल्य में पहले से ही उच्चतम मूल्य को समाहित किया गया है, इसलिए 56% गिरावट की संभावना है।