गांधी जयंती – इतिहास, महत्व और आज की जाँच

जब हम गांधी जयंती, 2 अक्टूबर को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय अवकाश, जो महात्मा गांधी के जन्मदिवस को सम्मान देता है. Also known as महात्मा गांधी दिवस की बात करते हैं, तो यह सिर्फ एक छुट्टी नहीं, बल्कि शांति और अहिंसा के विचारों को फिर से ताज़ा करने का मौका है। यह दिन भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी की भूमिका को याद कराता है, और हर साल स्कूल‑कॉलेज में उनके उद्धरणों पर चर्चा होती है।

मुख्य घटक और उनके संबंध

पहला घटक है महात्मा गांधी, ‘बापू’ के नाम से मशहूर स्वतंत्रता संग्राम के नेता, जिन्होंने अहिंसा के सिद्धांत को वैश्विक स्तर पर लहराया। उनका जीवन‑संकल्प ‘सत्याग्रह’ स्वतंत्रता आंदोलन की रीढ़ बन गया। दूसरा प्रमुख घटक स्वतंत्रता आंदोलन, 1900‑1947 के बीच भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लोकप्रिय संघर्ष है, जिसमें गांधी जी ने अहिंसा को मुख्य हथियार बना दिया। तीसरा घटक अहिंसा, गैर‑हिंसक प्रतिरोध की नीति, जो गांधी जी ने सामाजिक एवं राजनीतिक परिवर्तन के लिए अपनाई है। इन तीनों के बीच स्पष्ट संबंध है: गांधी जी ने अहिंसा को स्वतंत्रता आंदोलन की रणनीति बनाया, और गांधी जयंती इस सम्पूर्ण इतिहास को याद करने का मंच है।

समय के साथ, गांधी जयंती ने केवल ऐतिहासिक स्मृति से आगे बढ़कर वर्तमान में भी प्रेरणा दी है। स्कूलों में विद्यार्थी ‘गांधी के 5 सिद्धांत’ पर प्रोजेक्ट बनाते हैं, NGOs सार्वजनिक जागरूकता अभियानों में अहिंसा के विकल्प पेश करते हैं, और कई राज्य में अछूते लोगों के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए विशेष बैठकें आयोजित होती हैं। इस दिन के समारोह अक्सर कक्षाओं में शांति‑मंडल, पिकनिक, और गांधी जी की आत्मकथा ‘हिंदी में सविनय रोगन’ पर चर्चा के रूप में होते हैं। ऐसे कार्यक्रम दर्शाते हैं कि गांधी जयंती का सामाजिक प्रभाव केवल राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय भी है; कई देश अपने‑अपने स्वतंत्रता दिवस में गांधी जी को प्रेरणा स्रोत मानते हैं।

अगर आप आज के समाचार, उद्धरण या सामाजिक पहलें देखना चाहते हैं, तो नीचे दी गई सूची आपके लिए है। यहाँ आप नवीनतम लेख, स्थानीय कवरेज, और विभिन्न क्षेत्रों में गांधी जयंती के अनूठे कार्यक्रमों की पूरी जानकारी पाएँगे। इस संग्रह से आप न केवल इतिहास को फिर से देख पाएँगे, बल्कि यह भी समझ पाएँगे कि आज की दुनिया में अहिंसा और शांति के विचार कैसे लागू हो रहे हैं। आगे की सूची में आप विविध विचारधारा और विभिन्न पहलुओं के लेख पाएँगे, जिससे आपका ज्ञान और भी विस्तृत हो जाएगा।

PM मोदी ने राजघाट में गांधी जयंती पर महात्मा गांधी व शासत्री को श्रद्धांजलि

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 3 अक्तू॰ 2025    टिप्पणि(10)
PM मोदी ने राजघाट में गांधी जयंती पर महात्मा गांधी व शासत्री को श्रद्धांजलि

PM मोदी ने राजघाट में गांधी जयंती पर महात्मा गांधी व शासत्री को श्रद्धांजलि दी, खादी निवेश अभियान की घोषणा की और 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य दोहराया।