दिल्ली एक्साइज नीति: नया नियम, टैक्स बदल और आपके लिए क्या मतलब

अगर आप शराब का व्यापार चलाते हैं या बस कभी‑कभी पेय पीते हैं, तो 2025 में आए दिल्ली के एक्साइज बदलावों को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। सरकार ने टैक्स बढ़ाने, लाइसेंसिंग आसान करने और सबको ऑनलाइन रिपोर्टिंग की राह दिखाने का फैसला किया है। चलिए, इन नई बातों को आसान भाषा में समझते हैं ताकि आप तैयार रहें।

नई टैक्स स्लैब और दरें

सबसे बड़ी खबर यह है कि अब शराब पर एक्साइज ड्यूटी 20% से बढ़ कर 25% हो गई है। इसका मतलब है, हर बोतल की कीमत में थोड़ा जोड़ आएगा। लेकिन सरकार ने छोटे पैकेजों (750 ml तक) के लिए दरें थोड़ी कम रखी हैं—वह 22% ही रहेंगे, ताकि आम आदमी पर भारी न पड़े। बियर और व्हिस्की जैसी हाई‑एल्कोहॉल वाले पेय अब 27% टैक्स देंगे।

यदि आप शराब बेचते हैं तो यह समझना जरूरी है कि नई दरें आपके मार्जिन को कैसे प्रभावित करेंगी। कुछ व्यापारियों ने पहले ही अपना प्राइस लिस्ट अपडेट कर दिया है, जबकि अन्य अभी सप्लायर से नया क्वोटेशन मांग रहे हैं। एक छोटा‑सा कदम—जैसे पैकेजिंग बदलकर छोटे आकार के बॉक्स में बेचना—आपको टैक्स बचाने में मदद कर सकता है।

लाइसेंसिंग प्रक्रिया में प्रमुख परिवर्तन

पहले लाइसेंस मिलने में महीनों का इंतज़ार और कई कागजात होते थे। अब दिल्ली सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है, जहाँ 24 घंटे के भीतर आवेदन जमा कर सकते हैं। इस सिस्टम की खास बात यह है कि आपको बार‑बार फॉर्म भरने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी; एक बार डेटा डालो, अगली बार वही इस्तेमाल हो जाएगा।

नई नीति में “माइक्रोब्रूवरी लाइसेंस” भी शामिल किया गया है। छोटे ब्रुअरी जो 500 लीटर से कम उत्पादन करते हैं, उन्हें अब सस्ती फीस और सरल नियमों पर लाइसेंस मिल सकता है। इसका फायदा न केवल नए उद्यमियों को मिलेगा बल्कि किफायती बियर की कीमतें भी घट सकती हैं।

अगर आप पहले से लाइसेंस रखे हुए हैं तो अपडेटेड फॉर्म भरना जरूरी है—नहीं तो आपका मौजूदा लाइसेंस अप्रचलित हो सकता है। याद रखें, देर होने पर जुर्माना और बंदी की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए जल्द से जल्द पोर्टल में लॉग‑इन करके अपने डिटेल्स चेक कर लें।

एक बात और—डिजिटल रिपोर्टिंग को अनिवार्य किया गया है। हर महीने की बिक्री, टैक्स जमा और इन्वेंटरी का रिकॉर्ड अब ऑनलाइन भेजना होगा। यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने के लिए है, लेकिन अगर आप छोटे व्यापारी हैं तो इसे सेट अप करने में थोड़ी देर लग सकती है। कई स्थानीय सॉफ्टवेयर कंपनियां इस काम को आसान बनाने वाले टूल्स पेश कर रही हैं; उनमें से एक चुन लेना फायदेमंद रहेगा।

संक्षेप में, नई दिल्ली एक्साइज नीति ने टैक्स दरें बढ़ाई हैं, लाइसेंसिंग को डिजिटल बनाया है और छोटे उद्यमियों के लिये कुछ राहत भी दी है। अगर आप इन बदलावों को समझकर जल्दी कदम उठाते हैं, तो न केवल दंड से बचेंगे बल्कि अपने व्यवसाय की लागत को भी कंट्रोल कर पाएंगे। अब देर किस बात की? अपना ऑनलाइन अकाउंट बनाइए, नई दरें लागू कीजिए और बाजार में आगे बढ़िए!

कविता की तबियत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, तिहाड़ जेल में कैद

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 17 जुल॰ 2024    टिप्पणि(0)
कविता की तबियत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, तिहाड़ जेल में कैद

BRS नेता के कविता, जो तिहाड़ जेल में दिल्ली एक्साइज नीति मामले में बंद हैं, को स्वास्थ्य बिगड़ने पर दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें सीबीआई ने 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया था और इससे पहले ईडी ने 15 मार्च को। उनके खिलाफ अदालत में कई सुनवाइयाँ लंबित हैं और जमानत याचिकाएँ खारिज की जा चुकी हैं। कई आरोपों में गबन और सरकारी नियमों की अनदेखी शामिल है।