बेसाल्ट: आसान शब्दों में पूरी जानकारी

जब आप सड़क या बिल्डिंग देखते हैं, तो अक्सर काली‑ग्रे पथरी दिखती है। वही बेसाल्ट है—ज्वालामुखी से निकला ठोस पत्थर जो बहुत मजबूत और सस्ता होता है। भारत में कई राज्यों के पहाड़ों में यह मिल जाता है, इसलिए स्थानीय निर्माण में इसका इस्तेमाल आम है।

बेसाल्ट की मुख्य विशेषताएँ

सबसे बड़ी बात ये है कि बेसाल्ट जल्दी ठंडा होकर कड़ा हो जाता है, इसलिए इसे ढाँचा बनाने या फर्श के टाइल्स में इस्तेमाल किया जा सकता है बिना बहुत समय लगे। इसका वजन हल्का‑है और फिर भी टिकाऊ—भारी ट्रक भी इस पर आसानी से चल सकते हैं। साथ ही पानी को जल्दी सोख लेता है, जिससे जल निकासी बेहतर होती है। ये गुण इसे सड़क, पुल और रेतीले इलाकों में फसल के खेतों की सीमा बनाने में पसंदीदा बनाते हैं।

बेसाल्ट का रंग काला या गहरा ग्रे होता है, लेकिन जब इसमें कुछ रासायनिक पदार्थ मिलाए जाते हैं तो यह विभिन्न शेड्स में बदल सकता है। यही कारण है कि कई सजावटी प्रोजेक्ट्स में भी इसका उपयोग बढ़ रहा है।

बेसाल्ट का उपयोग और आर्थिक महत्व

निर्माण के अलावा, बेसाल्ट को एग्रीकल्चर में भी काम में लाया जाता है। किसानों इसे फसल के चारों ओर बाड़े की तरह लगाते हैं—पानी बहता नहीं, सड़कों पर धूल कम होती है और कीट भी कम आते हैं। कुछ राज्यों ने बेसाल्ट को जलाशयों के किनारे रख कर पानी का प्रवाह नियंत्रित किया है, जिससे बाढ़ की समस्या घटती है।

ऊर्जा क्षेत्र में भी बेसाल्ट का नया प्रयोग देखना शुरू हुआ है। वैज्ञानिकों ने पाया कि इस पत्थर से बनायीं गई टाइल्स सूरज की रोशनी को बेहतर ढंग से पकड़ लेती हैं, जिससे सौर पैनलों की दक्षता बढ़ती है। यह छोटे शहरों और गाँवों में किफायती ऊर्जा समाधान के रूप में उभर रहा है।

बाजार में बेसाल्ट का दाम भी लगातार गिर रहा है क्योंकि खनन तकनीक बेहतर हुई है। इसका मतलब है कि निर्माण कंपनियों को कम खर्चा करना पड़ेगा, और अंत में आम लोग सस्ते घर या सड़कें देख पाएँगे। भारत के कई राज्यों ने इस पत्थर की खुदरा बिक्री पर टैक्स रिवाइटल भी दिया है, जिससे स्थानीय किसान और मजदूरों को सीधा लाभ हो रहा है।

अगर आप अपने घर का फर्श बदलना चाहते हैं या नई सड़क बनाने की योजना बना रहे हैं, तो बेसाल्ट एक समझदार विकल्प है—सस्ता, टिकाऊ और पर्यावरण‑मित्र। बस यह ध्यान रखें कि सही गुणवत्ता वाले सप्लायर से ही खरीदें, ताकि पत्थर में दरार या कमजोरी न आए।

संक्षेप में कहें तो, बेसाल्ट सिर्फ एक काली‑ग्रे पथरी नहीं है; यह भारत की इन्फ्रास्ट्रक्चर और रोज़मर्रा के कामों को आसान बनाता है। इसके बारे में अगर आप और अधिक जानकारी चाहते हैं या नवीनतम समाचार देखना चाहते हैं, तो इस टैग पेज पर अपडेटेड लेख पढ़ते रहें।

सिट्रॉएन ने भारत में लॉन्च किया बेसाल्ट: शुरुआती कीमत 7.99 लाख रुपये

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 9 अग॰ 2024    टिप्पणि(0)
सिट्रॉएन ने भारत में लॉन्च किया बेसाल्ट: शुरुआती कीमत 7.99 लाख रुपये

सिट्रॉएन ने भारत में अपना नया मिड-साइज़ एसयूवी 'बेसाल्ट' लॉन्च किया है, जिसकी शुरुआती कीमत 7.99 लाख रुपये है। यह एसयूवी अपने कॉम्पिटिटिव प्राइसिंग और आकर्षक फीचर्स के साथ भारतीय बाजार में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है। यह गाड़ी सी3 एयरक्रॉस का अपग्रेडेड वर्जन है और इसमें अत्याधुनिक सेफ्टी और कंफर्ट फीचर्स शामिल हैं।