आर्थिक संकट – क्या हो रहा है आज की अर्थव्यवस्था?

पिछले कुछ हफ़्तों में भारतीय बाज़ार कई बार हिलते दिखे हैं। लोग रोज़ समाचार देखते‑देखते थक गए, पर असली कारण समझना अभी भी कठिन लगता है। इस लेख में हम सबसे ज़्यादा चर्चा वाले मुद्दों को आसान शब्दों में तोड़ेंगे, ताकि आप जान सकें कि आपके पैसे के आगे क्या हो रहा है।

बाजार में हालिया उथल‑पुथल

सबसे बड़ा झटका ‘Black Monday 2025’ था। ट्रम्प की टैरिफ नीति ने दो दिन में लगभग 6.6 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान किया, और VIX 45 तक पहुँच गया। शेयर मार्केट जल्दी‑जल्दी नीचे गिरा, तेल की कीमतें 7 % घट गईं, और कई बड़े इंडेक्स अपने ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गए। इस दौर में निवेशकों को डर के कारण बेच देना पड़ता है, जिससे नुकसान बढ़ जाता है।

एक और रोचक केस ‘Bajaj Housing Finance’ का था। कंपनी ने पहली तिमाही में 22 % ग्रोथ दिखायी लेकिन शेयरों में लगभग 1 % गिरावट आई। कारण? निवेशकों को AUM‑प्रोजेक्शन कम लगने लगा और नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर सवाल उठे। ऐसा अक्सर तब होता है जब कंपनी की असली प्रगति सार्वजनिक आंकड़ों से मेल नहीं खाती।

GST सुधारों को लेकर संसद में भी ताजगी बनी रही। राजीव शुक्ला ने GST के नए ब्लूप्रिंट और टैक्स स्लैब पर सवाल उठाए, जबकि सरकार तेजी से दर कटौती की घोषणा कर रही थी। इस उलझन ने छोटे‑बड़े व्यापारियों को अस्थिर महसूस कराया, जिससे खर्च में कमी आई और आर्थिक गति धीमी पड़ी।

सरकार के कदम और उनके असर

इन समस्याओं का हल सरकार कैसे ढूँढ़ रही है? पहले तो वित्तीय नियमों को कड़ा करना बताया गया – जैसे Paytm Money को SEBI की रिसर्च एनालिस्ट लाइसेंस मिली, जिससे निवेशकों को भरोसा बढ़ेगा। लेकिन ये कदम अभी तक बाजार में गहरी छाप नहीं छोड़ पाए हैं।

वहीं, विदेश‑सेवा क्षेत्रों में नई पहल भी देखी गईं। विस्जन में भारत ने पहला डीप‑सी ट्रांसशिपमेंट हब खोला, जिससे निर्यात‑आय बढ़ाने की उम्मीद है। अगर यह सफल रहा तो विदेशी बँडों पर निर्भरता घटेगी और आर्थिक संकट का बोझ कुछ हल्का हो सकता है।

फिर भी, रोज़मर्रा के लोगों को तुरंत मदद चाहिए – जैसे कर्ज में राहत, छोटे व्यवसायों के लिए आसान कर रिटर्न, और रोजगार सृजन के नए प्रोजेक्ट। अगर ये उपाय जल्दी लागू हों तो आर्थिक संकट की लहर थोड़ी कम तेज़ हो सकती है।

संक्षेप में कहा जाए तो वर्तमान आरथिक संकट कई कारकों का मेल है – अंतरराष्ट्रीय टैरिफ, घरेलू नीति‑परिवर्तन और निवेशक भावना। समझदारी से कदम उठाएँ, छोटी‑छोटी बचत पर ध्यान दें, और भरोसेमंद स्रोतों से जानकारी लेते रहें। शिलॉन्ग समाचार आपके साथ हर अपडेट को सरल भाषा में लाता रहेगा।

शेयर बाजार में गिरावट: सेंसेक्स 1,769 अंक लुढ़का, निफ्टी में 2% की कमी

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 3 अक्तू॰ 2024    टिप्पणि(0)
शेयर बाजार में गिरावट: सेंसेक्स 1,769 अंक लुढ़का, निफ्टी में 2% की कमी

भारतीय शेयर बाजार में 3 अक्टूबर, 2024 को भारी गिरावट आई, जिसमें सेंसेक्स 1,769 अंक लुढ़क गया और निफ्टी 50 में 2% की कमी आई। यह गिरावट दो महीनों की सबसे बड़ी है और इसे करेंट अकाउंट डेफिसिट में वृद्धि और कमजोर मैन्युफैक्चरिंग डाटा से जोड़ा गया है। प्रमुख क्षेत्रों में बिकवाली हुई, जबकि कुछ टेक कंपनियों ने लाभ कमाया।