किसान योजना – भारत की मुख्य कृषि योजनाएँ एक नज़र में
अगर आप किसान हैं या खेती से जुड़ी कोई जानकारी चाहते हैं तो सही जगह पर आए हैं। सरकार ने कई ऐसी योजनाएं चलायी हैं जो सीधे आपके खेत, फसल और आमदनी को मदद करती हैं। यहाँ हम सबसे ज़्यादा चर्चित योजना‑ओं के बारे में बात करेंगे – कैसे मिलते हैं लाभ, कब अप्लाई करना है और किन चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए.
1. पीएम‑किसान (प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि)
पीएम‑किसन हर छोटे एवं सीमांत किसान को सालाना ₹6,000 देता है। राशि तीन बराबर किस्त में मिलती है – जुलाई, दिसंबर और मार्च में। आवेदन प्रक्रिया बहुत आसान है: ऑनलाइन पोर्टल pmkisan.gov.in पर अपना आधार नंबर डालें, जमीन की जानकारी भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें. अगर आपके पास बैंक खाता नहीं है तो निकटतम ग्रामीण बैंकों से संपर्क करके खाता खोल सकते हैं.
ध्यान रखें कि इस योजना के लिये आपकी खेती का आयतन 2 हेक्टेयर तक होना चाहिए और आप पिछले दो सालों में कृषि‑सेवा कार्यकर्ता (कृषि विभाग) द्वारा मान्य हों. एक बार मंज़ूर हो जाने पर हर साल राशि आपके खाते में जमा होगी, इसलिए समय‑समय पर अपने बैंक स्टेटमेंट चेक करना न भूलें.
2. फसल बीमा योजना (प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना)
किसी भी प्राकृतिक आपदा से फसल का नुकसान हो सकता है – बाढ़, सूखा या कीटों के कारण। इस जोखिम को कम करने के लिए सरकार ने फसल बीमा योजना बनाई है. किसान अपनी फ़सल के प्रकार और बीज लागत के आधार पर प्रीमियम देता है, बाकी हिस्सा राज्य‑केंद्र मिलकर भरता है.
बीमा करवाने के लिये आपको नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय जाना होगा या ऑनलाइन पोर्टल pradhanmantriinsurance.com से आवेदन कर सकते हैं. पॉलिसी की अवधि एक फसल चक्र तक रहती है, और नुकसान तय मानक के अनुसार भुगतान किया जाता है. बीमा करने से आप अप्रत्याशित नुक़सान में भी स्थिर आय बना पाएँगे.
3. मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड (Soil Health Card) योजना
सही खाद और उर्वरक चुनना फसल की पैदावार बढ़ाने का पहला कदम है. इस योजना के तहत प्रत्येक खेत को एक कार्ड मिलती है जिसमें वर्तमान मिट्टी में नाइट्रोजन, फ़ॉस्फोरस, पोटाश आदि के स्तर लिखे होते हैं। किसान यह जानकारी लेकर अपनी ज़मीन के लिए उपयुक्त उर्वरक चुनते हैं.
कार्ड पाने की प्रक्रिया सरल है: अपने गांव के कृषि अधिकारी से संपर्क करें, जमीन का रिकॉर्ड दें और कुछ दिन में कार्ड तैयार हो जाएगी. इस जानकारी को इस्तेमाल करके आप कम लागत में अधिक उत्पादन पा सकते हैं – यही तो किसान योजना का असली मकसद है.
4. अन्य महत्वपूर्ण योजनाएँ
किसान योज़नाओं की सूची बहुत लंबी है, लेकिन कुछ और प्रमुख पहलें भी काम करती हैं: राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) जिससे आप अपनी फसल को राष्ट्रीय स्तर पर बेच सकते हैं; प्रधान मंत्री कृषि सुई योजना जो खेती में नई तकनीक लाने में मदद करती है; तथा क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (CLSS) जो उपकरण खरीदने के लिये कम ब्याज की सुविधा देती है.
इन योजनाओं को एक साथ समझना और सही समय पर अप्लाई करना आपके खेती के कारोबार को बहुत सुदृढ़ बना सकता है. याद रखें, हर योजना का अपना आवेदन कैलेंडर और दस्तावेज़ होते हैं – इसलिए आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय कृषि विभाग से अपडेटेड जानकारी लेनी चाहिए.
आखिर में यह कहा जा सकता है कि सरकार की किसान योजनाएँ सिर्फ पैसों की मदद नहीं, बल्कि ज्ञान, सुरक्षा और तकनीकी सहायता भी देती हैं. अगर आप इनको सही ढंग से उपयोग करेंगे तो फसल बेहतर होगी, आय बढ़ेगी और भविष्य के लिए एक ठोस बुनियाद बनेगी.
PM Kisan योजना की 17वीं किस्त: लाभार्थियों के खाते में राशि स्थानांतरण, स्थिति कैसे जांचें और ई-केवाईसी प्रक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम-किसान निधि योजना की 17वीं किस्त जारी करने के लिए फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिससे 9.3 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। किसानों के खातों में लगभग 20,000 करोड़ रुपये स्थानान्तरण किए जाएंगे। किसानों को अपनी ई-केवाईसी और नई पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करना होगा।