GIFT Nifty – एक नज़र में समझिए

आपने शेयर बाजार की खबरों में GIFT Nifty का नाम सुना होगा, लेकिन इसका असल मतलब क्या है? सरल शब्दों में कहें तो ये NSE के ग्लोबल फ़्यूचर इंडेक्स (GIFT) का छोटा रूप है, जो रात‑भर के ट्रेड को दर्शाता है। भारत में कई लोग इसे शाम‑शुरू होने वाले फ्यूचर ट्रेंड जानने के लिए देखते हैं।

GIFT Nifty क्या है?

GIFT Nifty एक इंडेक्स फ़्यूचर कॉन्ट्रैक्ट है जो हर दिन 9 बजे से अगले दिन सुबह 3:30 बजे तक चलता है। यह NIFTY 50 के मूल्य को आधार बनाकर बनता है, पर इसकी कीमत रीयल‑टाइम में बदलती रहती है। इसलिए आप इसे “रात का Nifty” कह सकते हैं।

क्यों ट्रेड करें GIFT Nifty?

1. **रात‑भर के मूवमेंट देख सकें** – अगर आप काम से बाहर हों या बाजार खुलने तक इंतज़ार नहीं करना चाहते, तो GIFT Nifty आपके लिए सही है।
2. **कम पूंजी में एंट्री** – फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की मार्जिन छोटी होती है, इसलिए कम पैसे से भी ट्रेड शुरू कर सकते हैं.
3. **हाइजेन मार्केट में लाभ** – जब स्टॉक्स के दाम स्थिर हों तो इंडेक्स फ़्यूचर्स में उतार‑चढ़ाव का फायदा उठाया जा सकता है.

लेकिन याद रखें, फ्यूचर ट्रेडिंग में जोखिम भी रहता है। इसलिए पहले थोड़ा रिसर्च और डेमो अकाउंट से प्रैक्टिस करें।

कैसे शुरू करें?

सबसे पहला कदम है एक भरोसेमंद ब्रोकर चुनना जो GIFT Nifty की ट्रेडिंग सपोर्ट करता हो। फिर आपको DEMAT और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा, KYC पूरा करना पड़ेगा। जब सब तैयार हो जाए, तो प्लेटफ़ॉर्म पर GIFTNIFTY के सिम्बॉल (जैसे GIFTNIFTY) को खोजें और मार्केट वॉच स्क्रीन में जोड़ लें.

ट्रेड शुरू करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें:

  • मार्जिन कॉल की सीमा जानें – अगर आपके पोज़िशन के खिलाफ बाजार चलता है तो ब्रोकर अतिरिक्त मार्जिन माँग सकता है।
  • सपोर्ट और रेज़िस्ट लेवल सेट करें – ये स्तर आपको एंट्री या एग्जिट का संकेत देंगे।
  • समाचार पर नजर रखें – RBI की दर परिवर्तन, वैश्विक शेयर मार्केट की हलचल GIFT Nifty को तेज़ी से प्रभावित कर सकती है।

एक आसान रणनीति ‘स्कैल्पिंग’ है जहाँ आप छोटी‑छोटी कीमतों के अंतर को पकड़ते हैं और जल्दी‑जल्दी निकले जाते हैं। अगर आप ज्यादा समय नहीं दे पाते तो ‘इंट्राडे’ ट्रेडिंग बेहतर रहेगा, जबकि लंबी अवधि की सोच वाले निवेशक ‘स्विंग ट्रेडिंग’ का प्रयोग कर सकते हैं.

उदाहरण के तौर पर, जब GIFT Nifty 18,200 से नीचे गिरता है और फिर 18,400 तक वापस आता है, तो आप 18,210 पर खरीदकर 18,380 पर बेच सकते हैं। इस छोटे अंतर में भी अगर सही प्रबंधन हो तो अच्छा रिटर्न मिल सकता है.

अंत में यह याद रखिए कि हर ट्रेड का एक लक्ष्य होना चाहिए – चाहे वह लाभ कमाना हो या नुकसान को सीमित करना। स्टॉप‑लॉस सेट करें और इमोशन पर नहीं, डेटा पर निर्णय लें. इस तरह आप GIFT Nifty की रात्रि‑ट्रेडिंग से स्थिर आय बना सकते हैं.

अब समय है अपना पहला ट्रेड लगाने का. बस ब्रोकर के प्लेटफ़ॉर्म में लॉगिन करें, मार्जिन देखें और ऊपर बताई गई बेसिक नियमों को फॉलो करके GIFT Nifty की दुनिया में कदम रखें। सफलता आपके हाथ में!

GIFT Nifty ट्रेडिंग में भारी गिरावट के पीछे के कारण: बाजार में उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशक

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 27 मई 2024    टिप्पणि(0)
GIFT Nifty ट्रेडिंग में भारी गिरावट के पीछे के कारण: बाजार में उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशक

GIFT Nifty डेरिवेटिव अनुबंधों का कारोबार मई में गिरावट दर्ज कर रहा है, जो अप्रैल में $82 बिलियन से घटकर $44.24 बिलियन रह गया। इस गिरावट के मुख्य कारण बाजार की अस्थिरता और विदेशी निवेशकों के व्यवहार में परिवर्तन हैं। चुनावी परिणामों को देखते हुए विदेशी निवेशकों की सतर्कता और अन्य कारकों ने इस गिरावट में योगदान दिया है।