अमिताभ बच्चन: बॉलीवुड का महाकाव्य
अगर आप हिंदी फ़िल्मों की दुनिया देखे हैं, तो अमिताभ बच्चन का नाम सुनते ही दिमाग में एक बड़ी छवि बन जाती है। 1970‑80 के दशक में "एंग्री यंग मैन" के तौर पर उनका उदय हुआ और तब से उन्होंने हर किरदार को अपनी तरह बना दिया। उनके गले की आवाज़, गहरी आँखें और अनोखा अंदाज़ आज भी दर्शकों को आकर्षित करता है।
फ़िल्मी करियर के मुख्य मोड़
पहली बड़ी सफलता "ज़ुल्मा" (1975) से आई, पर असली ब्रेकथ्रू "शोले" (1975) और "डॉन" (1978) में आया। इन फिल्मों ने उन्हें सुपरस्टार बना दिया और दर्शकों को उनके एक्शन‑ड्रामा का नया रूप दिखाया। 1990 के दशक में उन्होंने "सिलेस्टर" और "पुखराज़ा" जैसे गंभीर रोल्स लेकर अपनी एक्टिंग रेंज बढ़ाई। आज तक उन्होंने 200 से अधिक फ़िल्में की हैं, जिसमें कॉमेडी, थ्रिलर और बायो‑ग्राफिकल जॉब्स शामिल हैं।
टीवी और डिजिटल में नई पहचान
फ़िल्मों के साथ-साथ अमिताभ ने टीवी पर भी कदम रखा। उनका शो "सत्यमेव जयते" (2000) ने सामाजिक मुद्दों को बड़े पर्दे से बाहर लाया। हाल ही में उन्होंने "कौन बनता है करोड़पति" की होस्टिंग संभाली, जिससे युवा वर्ग में उनकी लोकप्रियता और बढ़ी। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर भी वे अक्सर इंटरव्यूज़ देते रहते हैं – जैसे कि उनके नए बायो‑डॉक्युमेंट्री ने नेटफ्लिक्स पर लाखों व्यूज हासिल किए।
सिर्फ़ फ़िल्मी काम ही नहीं, अमिताभ बच्चन सामाजिक कार्यों में भी आगे हैं। उन्होंने कई चैरिटी फंड्स चलाए हैं और ग्रामीण शिक्षा के लिए अपना आवाज़ उठाई है। उनकी पहल "बचपन बचाओ" ने कई बच्चों को स्कूल तक पहुँचाया है। इन सभी कारणों से उन्हें सिर्फ़ स्टार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक माना जाता है।
आजकल उनके जीवन में सबसे बड़ी चर्चा उनका स्वास्थ्य और उम्र के साथ काम करना है। 2024 में उन्होंने बताया कि वह रोज़ सुबह योग करते हैं, हल्का व्यायाम करते हैं और हेल्दी डाइट फॉलो करते हैं। यह सब दर्शकों को प्रेरित करता है कि उम्र कोई बाधा नहीं होती अगर हम सही जीवनशैली अपनाएँ।
अंत में कहना चाहूँगा कि अमिताभ बच्चन की कहानी सिर्फ़ फ़िल्मी सफलता का ही नहीं, बल्कि निरंतर सीखने और बदलते दौर के साथ कदम मिलाने की भी है। उनके कई क्लासिक डायलॉग्स आज भी लोगों के लबों पर हैं – "डॉन बनना चाहता हूँ" से लेकर "मैं यहाँ हूँ, मैं जीतूँगा" तक। चाहे आप फ़िल्म देख रहे हों या उनका इंटरव्यू सुन रहे हों, एक बात साफ़ है: अमिताभ बच्चन का असर आने वाली पीढ़ियों को भी महसूस होगा।
अमिताभ बच्चन की पोती नव्या नंदा ने IIM अहमदाबाद में एमबीए कार्यक्रम में दाखिला लिया

नव्या नवेली नंदा, जो बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की पोती हैं, ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), अहमदाबाद के BPGP एमबीए कार्यक्रम में दाखिला लिया है। नव्या ने इंस्टाग्राम पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कैंपस की कई तस्वीरें साझा कीं और दो साल तक वहां पढ़ाई करने की बात कही।