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सुजलॉन एनर्जी Q1 परिणाम: शुद्ध लाभ 200% बढ़कर 302 करोड़ रुपये, राजस्व 50% उछला

के द्वारा प्रकाशित किया गया आरव शर्मा    पर 23 जुल॰ 2024    टिप्पणि(0)
सुजलॉन एनर्जी Q1 परिणाम: शुद्ध लाभ 200% बढ़कर 302 करोड़ रुपये, राजस्व 50% उछला

सुजलॉन एनर्जी के उत्कृष्ट Q1 परिणाम: वित्तीय प्रदर्शन का विश्लेषण

भारतीय विद्युत क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने 30 जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए अपने एकीकृत शुद्ध लाभ में 200% का साल-दर-साल (YoY) आधार पर उछाल दर्ज किया, जिससे यह 302 करोड़ रुपये पर पहुँच गया है। कंपनी का राजस्व भी 50% बढ़कर 2,016 करोड़ रुपये हो गया।

ईबीआईटीडीए और मार्जिन में सुधार

ईबीआईटीडीए (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation and Amortisation) के मामले में भी कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस तिमाही में कंपनी का ईबीआईटीडीए 370 करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 86% की वृद्धि दर्शाता है। ईबीआईटीडीए मार्जिन भी 18.4% पर आ गया, जो पिछले साल के 14.8% से बेहतर है।

नई ऊँचाइयों पर पहुंचा कारोबार

कंपनी के वाइस चेयरमैन गिरिश टांटी ने स्थापित मानकों और उद्योग की मांगों को पूरा करने के अवसर पर कंपनी की इस मजबूत प्रदर्शन को ठहराया है। उन्होंने कंपनी की लगातार शानदार प्रदर्शन की सराहना की और बताया कि यह तिमाही सुजलॉन एनर्जी के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण रही है।

कंपनी ने तिमाही में 274 मेगावाट की डिलीवरी की है, जो कि पिछले सात वर्षों में सबसे अधिक है। इसके अतरिक्त, कंपनी ने सात वर्षों में सबसे अधिक तिमाही ईबीआईटीडीए भी हासिल किया है। सुजलॉन एनर्जी का सबसे बड़ा ऑर्डर बुक 3.8 गीगावाट का रहा है, जो इसके स्थापना के बाद से सबसे अधिक है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

कंपनी की वित्तीय स्थिति भी मजबूत रही है। 30 जून 2024 तक, सुजलॉन का शुद्ध कैश पोजिशन 1,197 करोड़ रुपये था। यह दर्शाता है कि कंपनी की वित्तीय नीतियाँ और वृद्धि रणनीतियाँ सशक्त हैं।

प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में निवेश

प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में निवेश

सुजलॉन एनर्जी एक वर्टिकली इंटीग्रेटेड संगठन के रूप में काम करती है, जिसमें जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क और भारत में इन-हाउस रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर शामिल हैं। यह रिसर्च सेंटर कंपनी को अत्याधुनिक तकनीकों और नवाचारों में निवेश करने और उन्हें लागू करने में सक्षम बनाते हैं।

कंपनी ने अब तक 17 देशों में 20.8 गीगावाट की पवन ऊर्जा क्षमता इंस्टॉल की है। यह संख्याएं न सिर्फ कंपनी की क्षमता और विशेषज्ञता को दर्शाती हैं, बल्कि उनके वैश्विक पदचिह्न को भी चिन्हित करती हैं।

भविष्य की योजना

भविष्य की योजना के संदर्भ में, कंपनी अपनी क्षमता और बाजार में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए तत्पर है। कंपनी के वाइस चेयरमैन गिरिश टांटी ने बताया कि सुजलॉन एनर्जी नई प्रौद्योगिकी विकास और संवेदनशीलता विन्यास में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कुल मिलाकर, सुजलॉन एनर्जी का यह तिमाही प्रदर्शन न सिर्फ उसके निवेशकों और शेयरधारकों को संतुष्ट करने वाला है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि कंपनी अपने उद्योग में अग्रणी भूमिका निभा रही है। इस प्रकार की वापसी और वृद्धि ने यह सिद्ध कर दिया है कि कंपनी की रणनीतियाँ और प्रबंधन नीतियाँ प्रभावी हैं।

कंपनी के प्रतिद्वंदियों और निवेशकों के लिए यह परिणाम एक स्पष्ट संदेश है कि सुजलॉन एनर्जी अपने प्रदर्शन में लगातार वृद्धि कर रही है और उन्हें उद्योग में एक मजबूत स्थिति प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।