• घर
  •   /  
  • सेंसैक्स में 733 अंक गिरावट, निफ्टी 236 अंक नीचे – निवेशकों को बेमिसाल झटका

सेंसैक्स में 733 अंक गिरावट, निफ्टी 236 अंक नीचे – निवेशकों को बेमिसाल झटका

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 27 सित॰ 2025    टिप्पणि(17)
सेंसैक्स में 733 अंक गिरावट, निफ्टी 236 अंक नीचे – निवेशकों को बेमिसाल झटका

जुड़ते हुए दिलों की धड़कन जैसे थम गई, 26 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर इतिहास रचा। Sensex crash ने लगभग 733 अंक घटते हुए सत्र को समाप्त किया, जबकि निफ्टी 236 अंक नीचे गिरा और 24,700 के नज़दीकी समर्थन स्तर के पास पहुँच गई। यह नुकसान केवल संख्यात्मक नहीं, बल्कि पूरे निवेश माहौल की धुंध को साफ़ कर गया।

बाजार के ढहने के प्रमुख कारण

एक ही दिन में कई बासख़त‑भरे कारक एक साथ आए। सबसे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कुछ वस्तुओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिससे भारत‑अमेरिका व्यापार के बारे में चिंताएँ फिर से उत्पन्न हुईं। इस खबर से फार्मास्यूटिकल और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) शैर्स पर विशेष रूप से दबाव पड़ा, क्योंकि दोनों सेक्टरों की निर्यात‑आधारित आय पर टैरिफ का सीधा असर पड़ता है।

दूसरा बड़ा पहलू विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की भारी निकासी रही। इस साल तक लगभग 13‑15 बिलियन डॉलर (लगभग ₹1.1‑1.2 लाख करोड़) की निकासी ने घरेलू शेयरों पर दबाव बढ़ा दिया। फण्ड्स की इस प्रवाह ने रुपये को भी 88 रूपए/डॉलर के पार नीचे धकेल दिया, जिससे निवेशकों का विश्वास हिल गया।

तीसरा, भारत के रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति के बारे में अनिश्चितता ने भी बोझ बढ़ाया। अत्यंत कम हेडलाइन महंगाई के कारण तेज़ ब्याज दर घटाने का तर्क नहीं बन पा रहा था, जिससे बाजार में आशावादी भावना कमज़ोर हुई।

  • फार्मास्यूटिकल सेक्टर में बहुत बड़ी बिक्री, क्योंकि निर्यात पर टैरिफ का असर डर था।
  • IT शेयरों में अतिरिक्त गिरावट, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और विदेशी ग्राहक मांग में गिरावट की आशंका के कारण।
  • वित्तीय एवं रियल एस्टेट जैसे अन्य सेक्टर भी लाल बैंड में बंद हुए।

तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि निफ्टी ने 24,700‑25,100 के प्रमुख समर्थन स्तर को तोड़ दिया है, जिससे आगे की गिरावट के संकेत मिलते हैं। यदि यह समर्थन टूटता रहता है, तो बाजार 24,300‑24,000 के अगले स्तरों की ओर धकेल सकता है।

रिटेल निवेशकों पर इस निरंतर गिरावट का सबसे गहरा असर पड़ा है। कई छोटे निवेशकों के पोर्टफोलियो में कई लाख करोड़ रुपये की कीमत घट गई, जिससे उनके विश्वास में दरार आ गई है। इस बीच, संस्थागत निवेशकों, विशेषकर विदेशी फण्ड्स, ने बड़े‑पैमाने पर निकासी जारी रखी, जिससे बाजार में तरलता घटती जा रही है।

भविष्य में क्या होगा, इस सवाल का जवाब अभी स्पष्ट नहीं है। बाजार पर्यवेक्षक अभी भी राकषा (रेगुलेटरी) संस्थाओं के हस्तक्षेप की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अगर सरकार या SEBI कोई स्थिरीकरण कदम उठाते हैं, तो यह अस्थिरता को कुछ हद तक कम कर सकता है। अन्यथा, आगे भी निरंतर गिरावट जारी रह सकती है, जिससे विदेशी निवेशकों की वापसी और भारतीय रुपये की गिरावट के साथ‑साथ अधिक आर्थिक अस्थिरता पैदा हो सकती है।

17 टिप्पणि

  • Image placeholder

    yash killer

    सितंबर 28, 2025 AT 14:13

    ये सब बकवास है भाई सेंसैक्स गिरा तो क्या हुआ अमेरिका के टैरिफ से हमारा बाजार टूटेगा तो फिर भी हम अपने अंदर की ताकत से उठ खड़े होंगे भारत अजेय है और हम लोग इसका हिस्सा हैं
    कोई बाहरी शक्ति हमें नीचे दबा नहीं सकती

  • Image placeholder

    Ankit khare

    सितंबर 30, 2025 AT 09:04

    अरे भाई ये जो निवेशक हैं वो सब बेवकूफ हैं जो बाजार गिरते ही घबरा जाते हैं
    पिछले 10 साल में 5 बार ऐसा हुआ है और हर बार बाजार ने नया रिकॉर्ड बनाया
    अब जो लोग बेच रहे हैं वो अपनी जेब से पैसे निकाल रहे हैं और फिर भी दोस्तों वो खुद को बुद्धिमान समझते हैं
    ये बाजार नहीं बल्कि लोगों का दिमाग गिर रहा है

  • Image placeholder

    Chirag Yadav

    अक्तूबर 1, 2025 AT 10:02

    मैं समझता हूँ कि ये गिरावट डरावनी लग रही है लेकिन ये तो बाजार का हिस्सा है
    हर बार जब बाजार गिरता है तो लोग डर जाते हैं लेकिन जब वापस उठता है तो वो अपनी गलती का एहसास करते हैं
    हमें शांत रहना चाहिए और लंबे समय के लिए देखना चाहिए
    ये अस्थिरता तो सबके साथ होती है ये अभी शुरुआत है न कि अंत

  • Image placeholder

    Shakti Fast

    अक्तूबर 1, 2025 AT 12:45

    हर गिरावट के बाद नया उत्थान आता है ये बाजार का नियम है
    अगर आपने कभी बाजार को देखा है तो आप जानते होंगे कि ये बस एक लहर है
    आपके पोर्टफोलियो में जो घटा है वो वापस आएगा
    बस थोड़ा इंतज़ार करें और खुद को समझाएं कि आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं

  • Image placeholder

    saurabh vishwakarma

    अक्तूबर 3, 2025 AT 11:33

    अरे ये सब लोग बाजार के नियम नहीं जानते
    जब ट्रम्प बोलता है तो दुनिया कांप जाती है
    पर हमारा रिजर्व बैंक क्या कर रहा है जब रुपया गिर रहा है तो वो बैठा है चाय पी रहा है
    ये निवेशक तो बेवकूफ हैं लेकिन रेगुलेटर्स तो बेहद बेकार हैं
    हमारी आर्थिक नीति तो बच्चों के खिलौने की तरह है

  • Image placeholder

    MANJUNATH JOGI

    अक्तूबर 3, 2025 AT 22:25

    ये जो FPI निकासी हुई है वो असल में एक बड़ा अवसर है
    जब विदेशी निवेशक बाहर निकलते हैं तो घरेलू निवेशकों के लिए बेहतरीन अवसर आ जाता है
    हमारे फार्मा और IT सेक्टर्स की बुनियादी ताकत अभी भी मजबूत है
    अगर आप अच्छी कंपनियों में निवेश करते हैं तो ये गिरावट आपके लिए एक बड़ा ऑफर है
    क्योंकि बाजार में अभी भी अच्छी कंपनियाँ डिस्काउंट पर हैं

  • Image placeholder

    Sharad Karande

    अक्तूबर 5, 2025 AT 01:50

    अगर हम टेक्निकल एनालिसिस को देखें तो निफ्टी का 24700 स्तर एक क्रिटिकल सपोर्ट था जो अब टूट चुका है
    इसके बाद अगला स्तर 24300 है जिसके नीचे जाने पर मार्केट ने एक डाउनट्रेंड की पुष्टि कर दी होगी
    लेकिन अगर हम फंडामेंटल्स देखें तो भारत की GDP ग्रोथ अभी भी 6.5% के आसपास है और फार्मा और IT के लिए ग्लोबल डिमांड अभी भी बनी हुई है
    इसलिए ये गिरावट अस्थायी है और एक बार जब रुपया स्थिर होगा तो FPI वापस आएंगे

  • Image placeholder

    Sagar Jadav

    अक्तूबर 7, 2025 AT 01:34

    बेच दो शेयर और बच जा

  • Image placeholder

    Dr. Dhanada Kulkarni

    अक्तूबर 8, 2025 AT 06:17

    मैं जानती हूँ कि आप सब डर गए हैं लेकिन ये गिरावट आपके लिए एक नया अवसर है
    अगर आपने अभी तक निवेश नहीं किया है तो अब बहुत अच्छा समय है
    बस धीरे-धीरे और बुद्धिमानी से निवेश करें
    अपने लक्ष्य को याद रखें और अपनी भावनाओं को नियंत्रित करें
    आप अकेले नहीं हैं और ये चरण भी गुजर जाएगा

  • Image placeholder

    Rishabh Sood

    अक्तूबर 9, 2025 AT 14:52

    क्या आपने कभी सोचा है कि बाजार केवल पैसा नहीं बल्कि मानवीय भावनाओं का एक दर्पण है
    जब हम डरते हैं तो बाजार गिरता है और जब हम आशा रखते हैं तो वह उठता है
    ये गिरावट हमारी आत्मा की आवाज है जो कह रही है कि हम बहुत अधिक आशा लगा रहे हैं
    अब इस विराम को स्वीकार करें और अपने भीतर की शक्ति को खोजें

  • Image placeholder

    Saurabh Singh

    अक्तूबर 10, 2025 AT 04:55

    ये जो लोग अभी घबरा रहे हैं वो तो बेवकूफ हैं
    ये गिरावट तो अभी शुरुआत है अगले दो महीने में बाजार 23000 के पास आ जाएगा
    और जब वो आएगा तो आपका पोर्टफोलियो आधा रह जाएगा
    आप जो भी लिख रहे हैं वो सब बकवास है इसका असली असर तो अभी बाकी है

  • Image placeholder

    Mali Currington

    अक्तूबर 11, 2025 AT 05:22

    ओह भाई बाजार गिर गया अब सब रो रहे हैं
    मैंने तो सोचा था ये लोग बाजार देखने आए थे या फिर अपनी माँ के घर से बच्चे की देखभाल करने आए थे
    इतने पैसे लगाए और एक दिन में बेच देना चाहते हैं
    ये लोग तो बाजार के लिए नहीं बल्कि टीवी के लिए आए हैं

  • Image placeholder

    INDRA MUMBA

    अक्तूबर 11, 2025 AT 13:56

    मुझे लगता है कि इस गिरावट के पीछे एक बड़ी बात है
    हमने अपने घरेलू निवेशकों को बहुत कम जागरूक किया है
    जब तक हमारे रिटेल निवेशक बाजार के बारे में नहीं सीखेंगे तब तक ये गिरावटें दोहराएंगी
    हमें शिक्षा और जागरूकता पर जोर देना चाहिए
    अगर हम अपने अंदर की ताकत को समझें तो बाजार हमारे साथ होगा

  • Image placeholder

    Anand Bhardwaj

    अक्तूबर 12, 2025 AT 14:08

    अरे ये गिरावट तो बहुत अच्छी है
    अगर आपने कभी गिरावट में निवेश नहीं किया तो आप बाजार का मतलब ही नहीं समझते
    जब लोग भागते हैं तो वहाँ सबसे अच्छे अवसर छिपे होते हैं
    अब तो बस इंतज़ार करो और देखो कि कौन सी कंपनियाँ अभी डिस्काउंट पर हैं

  • Image placeholder

    RAJIV PATHAK

    अक्तूबर 13, 2025 AT 22:34

    ये जो लोग बाजार में निवेश करते हैं वो अपनी बुद्धि का उपयोग नहीं करते
    ये ट्रेंड्स और चार्ट्स के पीछे भागते हैं और फिर डर जाते हैं
    मैंने कभी अपना पैसा बाजार में नहीं लगाया क्योंकि मैं जानता हूँ कि ये सब एक बड़ा गेम है जिसमें आप खो जाते हैं
    अगर आपको असली सफलता चाहिए तो बाजार से दूर रहें

  • Image placeholder

    Nalini Singh

    अक्तूबर 14, 2025 AT 02:56

    मैं इस बाजार के गिरावट के बारे में बहुत गंभीरता से सोच रही हूँ
    ये एक अत्यंत महत्वपूर्ण बिंदु है जहाँ नीतिगत और आर्थिक निर्णयों का असर दिखने लगता है
    हमें अपने आर्थिक संरचना की समीक्षा करनी चाहिए और विदेशी निवेश पर नियंत्रण के लिए नीतियों को समायोजित करना चाहिए
    यह समय आ गया है कि हम अपने आप को अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए अधिक तैयार करें

  • Image placeholder

    Sonia Renthlei

    अक्तूबर 15, 2025 AT 12:16

    मैं इस गिरावट को बहुत गहराई से समझने की कोशिश कर रही हूँ
    हर एक निवेशक की कहानी अलग है और हर एक का डर अलग है
    मैंने अपने दोस्तों से बात की जिनके पोर्टफोलियो में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है और वो सब बहुत तनाव में हैं
    मैं सोच रही हूँ कि क्या हम बाजार के लिए नहीं बल्कि लोगों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बना सकते हैं
    क्या हम इस गिरावट को एक अवसर के रूप में नहीं देख सकते जो हमें अपने आप को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करे
    हमें बस इतना करना है कि हम एक दूसरे के साथ बात करें और एक दूसरे को समझें
    क्योंकि जब हम एक साथ होते हैं तो कोई भी बाजार हमें नीचे नहीं गिरा सकता