Paytm Money को SEBI से मिली बड़ी मंजूरी, निवेशक होंगे लाभान्वित
Paytm Money ने भारत के निवेश बाजार में एक बड़ी छलांग लगाई है। अब उसे सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की ओर से रिसर्च एनालिस्ट बनने की मंजूरी मिल चुकी है। इसका सीधा असर यह होगा कि अब Paytm Money अपने यूज़र्स को अधिक प्रोफेशनल और नियमों के मुताबिक निवेश रिसर्च रिपोर्ट्स, डेटा एनालिसिस व इनसाइट्स दे सकेगा। ये नई सर्विस सिर्फ रिटेल ही नहीं, बल्कि इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए भी ऐप में जोड़ी जा रही है।
अब तक Paytm Money केवल ट्रेडिंग और म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूशन में एक्टिव थी। लेकिन SEBI अप्रूवल के बाद, इसका दायरा रिसर्च और एडवाइजरी तक भी बढ़ गया है। इससे पहले जो यूजर्स निवेश निर्णय में प्रोफेशनल फीडबैक और गहराई वाली एनालिसिस की कमी महसूस करते थे, उन्हें अब सीधे Paytm Money पर एक्सपर्ट स्तर की जानकारियां मिल पाएंगी।
बाजार में प्रतिस्पर्धा और नई तकनीकी सुविधाएं
Paytm Money की इस पहल से तेजी से उभरते वे निवेश प्लेटफॉर्म जैसे Zerodha, Groww और Upstox को टक्कर मिलेगी, जो पहले से ही पर्सनलाइज्ड डैशबोर्ड और स्मार्ट टूल्स ऑफर करते हैं। कुछ ही दिन पहले Paytm Money ने UPI Trading Blocks की सुविधा लॉन्च की थी, जिससे ट्रेडिंग में पेमेंट प्रोसेस और आसान हुआ। साथ ही, ऐप को भी यूजर्स के लिए पूरी तरह रीडिजाइन किया गया है ताकि शेयर निवेश से जुड़े फैसले तेज़ और सिंपल बनें।
यही नहीं, निवेशकों को आकर्षित करने के लिए हाल ही में Paytm Money ने margin pledge, BSE future & options ट्रेडिंग और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) जैसी सेवाएं भी शुरू की हैं। ये सभी कदम कंपनी के उस विज़न का हिस्सा हैं, जहां पर छोटे निवेशकों को भी इक्विटी बाजार तक आसान पहुंच मिल सके। Paytm के फाउंडर विजय शेखर शर्मा लगातार earnings calls में छोटे टिकट इनवेस्टमेंट और वेल्थ क्रिएशन पर फोकस की बात करते नजर आते हैं।
SEBI से अनुमति पाने के पीछे एक ताजा घटनाक्रम भी है। कंपनी ने हाल ही में 45.5 लाख रुपये का कम्प्लायंस केस सेटल किया था, जिसमें टेक्नोलॉजी और रिस्क मैनेजमेंट की कुछ दिक्कतें सामने आई थीं। हालांकि, Paytm की पेरेंट कंपनी अभी भी फॉरेन एक्सचेंज रेगुलेशन मामले की जांचों का सामना कर रही है, इसके बावजूद Paytm Money का ये नया कदम निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत देता है।
SEBI के Research Analyst रेगुलेशंस 2014 के तहत Paytm Money को जो मंजूरी मिली है, वो निवेशकों के अधिकारों को और मजबूत करती है। इससे चमकते वेल्थ-टेक सेक्टर में Paytm Money को एक नई पहचान मिलेगी, क्योंकि बाजार में अब निवेश के फैसले सिर्फ अनुमान या भावनाओं पर नहीं, बल्कि विशेषज्ञ रिसर्च पर आधारित होंगे।
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