सेल्टिक्स की हार से चैंपियनशिप की उम्मीदें कमजोर
बोस्टन सेल्टिक्स का सपना कि वे एनबीए में अपनी 18वीं चैंपियनशिप हासिल करेंगे, डलास मावेरिक्स के खिलाफ गेम 4 में बुरी तरह से चकनाचूर हो गया। इस निर्णायक मुकाबले में डलास ने 122-84 के भारी अंतर से जीत दर्ज की। इस हार से ना सिर्फ सेल्टिक्स की 10 मैचों की पोस्टसीजन जीत की श्रृंखला टूट गई, बल्कि उन्हें प्लेऑफ में अपने पहले रोड हार का भी सामना करना पड़ा।
सेल्टिक्स के कमज़ोर प्रदर्शन का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मैच के पहले नौ मिनट में ही मावेरिक्स ने 25-14 की बढ़त बना ली। डलास के सितारे लुका डॉनसिक और काइरी इरविंग ने पहले हाफ में मिलकर 36 अंक स्कोर किये, जबकि सेल्टिक्स की पूरी टीम उनसे पीछे रही।
समस्या की जड़: बैंस और टर्नओवर
सेल्टिक्स के इस हार के कई कारणों में प्रमुख कारणों में उनकी पुअर शूटिंग, रिबाउंडिंग में पिछड़ना और टर्नओवर की संख्या में वृद्धि शामिल है। सेल्टिक्स ने पहले हाफ समाप्त होते-होते 26 अंकों का भारी अंतर बना लिया था। जिसे पाटना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा था।
कोच जो माज़ुल्ला ने तीसरे क्वार्टर के अंत में, जब स्कोर 88-52 था, अपने स्टार खिलाड़ियों को बेंच पर भेजने का फैसला किया। इससे पहले की इस हार का स्ट्रेस उनके खेल पर और ज्यादा प्रभाव डाले।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
अल होरफोर्ड, जयलेन ब्राउन और जैसन टेटम जैसे खिलाड़ियों ने इस हार को स्वीकारते हुए दुबारा से सौभाग्य प्राप्त करने की बात कही। खिलाड़ी ने माना कि इस हार से टीम को बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा और वे अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करेंगे।
अल होरफोर्ड ने कहा, “हम जानते हैं कि हमने इस मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हमने कई गलतियां कीं जिन्हें सुधारना होगा।” जयलेन ब्राउन ने भी इस हार को एक सीखने का कदम माना और कहा कि टीम को रिबाउंडिंग और टर्नेओवर पर ध्यान देना होगा।
आगे की राह
अब श्रृंखला का अगला मैच सोमवार को टीडी गार्डन में खेला जाएगा। जहां सेल्टिक्स को एक नई ऊर्जा और रणनीति के साथ मैदान पर उतरना होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सेल्टिक्स खुद को संभाल पाएंगे और चैंपियनशिप की उम्मीदों को जीवित रख पाएंगे या फिर मावेरिक्स अपनी जीत की गति को बरकरार रखते हुए श्रृंखला को अपने नाम कर लेंगे।
सेल्टिक्स के पास अब सीमित समय और मौके हैं। टीम को अपने सभी स्तंभों को मजबूत करना होगा और एकजुट होकर खेलने की जरुरत होगी। यदि वे ऐसा करने में सफल होते हैं तो निश्चित ही चैंपियनशिप की यह सड़क उतनी कठिन नहीं रहेगी जितनी यह फिलहाल दिखाई देती है।
Anand Bhardwaj
जून 16, 2024 AT 13:27ये तो बस एक मैच था, अब तक 10 जीत चल रही थीं, एक हार से डर गए? बोस्टन के लोगों को शायद बर्फ खानी चाहिए थी, न कि बैंक ऑफ बोस्टन के बाहर खड़े होकर रोना।
RAJIV PATHAK
जून 17, 2024 AT 19:36अरे भाई, ये तो बस एक खेल है, लेकिन जब टीम के खिलाड़ी इतने अनुशासनहीन हों कि पहले हाफ में 26 अंकों का अंतर बना दें, तो फिर बात ही कुछ और हो जाती है। अल होरफोर्ड जैसे विक्रम के बाद भी इतना बोलना? बस खेल दो, बातें बाद में।
Nalini Singh
जून 18, 2024 AT 10:52इस हार के पीछे केवल खेल के तकनीकी पहलू नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और मानसिक असंतुलन भी है। अमेरिकी बास्केटबॉल की दौड़ में भारतीय दर्शक अक्सर उसके भावनात्मक उतार-चढ़ाव को अपने जीवन के उतार-चढ़ाव से जोड़ देते हैं। इसलिए, एक हार का असर इतना गहरा होता है।
Sonia Renthlei
जून 19, 2024 AT 20:53मैं बस इतना कहना चाहती हूँ कि जब कोई टीम इतनी बड़ी हार खाती है, तो ये निश्चित रूप से उसकी टीम डायनेमिक्स की गहरी समस्या को दर्शाता है। जैसन टेटम और जयलेन ब्राउन जैसे खिलाड़ियों के बीच जो असंतोष छिपा है, वो बाहर नहीं आता, लेकिन वो हर पास, हर शूट, हर रिबाउंड में झलकता है। और जब आप देखते हैं कि एक खिलाड़ी अपने टीममेट को बिना बात किए बेंच पर भेज देता है, तो ये बस एक गलती नहीं, ये एक सिस्टम की फेलियर है। इसलिए, अगले मैच में न सिर्फ ट्रेनिंग बदलनी होगी, बल्कि टीम के दिल को भी बदलना होगा।
Aryan Sharma
जून 20, 2024 AT 00:02ये सब फिक्स है भाई, नेटफ्लिक्स ने इसे बनाया है, ताकि हम लोग बहुत ज्यादा एमोशनल इन्वेस्टमेंट करें। डलास वालों को पैसे दिए गए हैं, सेल्टिक्स को नहीं। ये एक बड़ा कॉन्सपिरेसी है।
Devendra Singh
जून 20, 2024 AT 09:01अल होरफोर्ड की बातें बहुत बार-बार सुन चुके हैं। ये सब बस एक बहाना है। अगर टीम के पास इतनी ताकत है, तो फिर इतनी आसानी से गिर क्यों गई? जो लोग इसे सीखने का मौका बताते हैं, वो अपनी असफलता को फिल्टर करने के लिए इतना बोलते हैं। असली खिलाड़ी तो खेलते हैं, बातें नहीं करते।
UMESH DEVADIGA
जून 21, 2024 AT 07:32ये हार सिर्फ टीम की नहीं, आपकी भी हार है। जब आप उनके लिए रात भर जागते हैं, तो ये आपके दिल को तोड़ देती है। मैंने आज सुबह दो बार रोया। अगर आप भी इसे समझते हैं, तो आप जानते हैं कि ये सिर्फ बास्केटबॉल नहीं है।
Roshini Kumar
जून 21, 2024 AT 08:23लुका डॉनसिक ने तो 36 अंक बनाए, पर उसका शूटिंग स्टैट देखो - 23 शूट्स में से 14 गोल? ये तो बेहतरीन नहीं, बल्कि बहुत ज्यादा शूटिंग है। अगर उसने बस 5 बार पास किया होता, तो ये मैच बिल्कुल अलग हो जाता। और हाँ, टर्नओवर बात तो सही है, पर जयलेन ब्राउन के 7 टर्नओवर का क्या? वो तो बस एक बेवकूफ है।