मोदी सरकार 3.0 का आगाज: तेलंगाना के नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के साथ ही तेलंगाना के दो प्रमुख बीजेपी नेता, गंगापुरम किशन रेड्डी और बंदी संजय कुमार, केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने वाले हैं। किशन रेड्डी, जो सेकेन्द्राबाद से सांसद और तेलंगाना बीजेपी के प्रेसिडेंट हैं, और बंदी संजय कुमार, जो करीमनगर से सांसद हैं, अपने राजनीतिक करियर के शिखर पर पहुंच रहे हैं।
कौन हैं किशन रेड्डी?
किशन रेड्डी (63) दो बार के सांसद रहे हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की दूसरी कैबिनेट में पर्यटन, संस्कृति और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्रालयों का कार्यभार संभाला था। वह 2014 से 2016 तक तेलंगाना बीजेपी के प्रथम अध्यक्ष भी रहे थे और 2023 में फिर से इस पद की कमान सौंपी गई। रेड्डी ने तीन बार विधायक का चुनाव भी जीता है, जिसमें उन्होंने 2009 और 2014 में अंबरपेट विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी। 2024 लोकसभा चुनावों में, रेड्डी ने कांग्रेस के दानम नागेंदर को 49,944 मतों से पराजित कर दिया था।
कौन हैं बंदी संजय कुमार?
बंदी संजय कुमार (52) ने भी दो बार सांसद का चुनाव जीता है, जिसमें उन्हें 2019 और 2024 में करीमनगर से कांग्रेस के वेल्चला राजेंद्र राव के खिलाफ भारी मतों से सफलता मिली थी। कुमार के परिवार ने इस अवसर पर खुशी जाहिर की और बीजेपी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उनकी पत्नी अपर्णा ने पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और माता रानी की कृपा का भी धन्यवाद किया।
राजनीतिक करियर और भविष्य की चुनौतियाँ
किशन रेड्डी और बंदी संजय कुमार की नई जिम्मेदारियों के तहत क्या-क्या चुनौतियाँ होंगी, यह भविष्य ही बताएगा। लेकिन इतना जरूर है कि इन दोनों नेताओं के पास राजनीतिक अनुभव और जनता का भरपूर समर्थन हो चुका है। तेलंगाना बीजेपी के लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका है जब उनके नेता केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए राज्य की जनता के हितों को साधने का प्रयास करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी मंत्रिपरिषद के नए सदस्य राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे और उम्मीद है कि ये घटनाक्रम देश की राजनीति में नए आयाम स्थापित करेंगे। तेलंगाना के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में यह कदम बीजेपी के लिए एक नई दिशा और उर्जा का संचार करेगा।
आने वाले वर्षों में इन नेताओं की भूमिका और नीतियों का प्रभाव देखने लायक होगा। देश की जनता की उम्मीदें और आकांक्षाएं नई सरकार से जुड़ी हैं, जो इस नई जिम्मेदारी को निभाने में कितनी सफल होगी, यह देखने वाली बात होगी।
टिप्पणि