• घर
  •   /  
  • केरल भूस्खलन: भारतीय सैनिक बना रहे हैं द्रुत अगम्य क्षेत्र के लिए धातु पुल

केरल भूस्खलन: भारतीय सैनिक बना रहे हैं द्रुत अगम्य क्षेत्र के लिए धातु पुल

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 1 अग॰ 2024    टिप्पणि(11)
केरल भूस्खलन: भारतीय सैनिक बना रहे हैं द्रुत अगम्य क्षेत्र के लिए धातु पुल

केरल में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलनों ने कई लोगों की ज़िंदगियों को प्रभावित किया है और कई क्षेत्रों को बाहरी दुनिया से काट दिया है। इस आपदा में भारतीय सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए राहत कार्यों की जिम्मेदारी उठाई है। वर्तमान में, सैनिक इंजीनियरों द्वारा एक धातु पुल का निर्माण किया जा रहा है ताकि उन इलाकों में कनेक्टिविटी स्थापित की जा सके जो भूस्खलन की वजह से अलग-थलग हो गए हैं। इस पुल का निर्माण स्थानीय निवासियों के लिए जीवन रेखा साबित हो रहा है, जिनके पास आवश्यक सामग्रियों की भारी कमी है।

भूस्खलन से हुई तबाही

भूस्खलन ने पूरे क्षेत्र में बड़ी तादाद में मिट्टी और मलबे को फैलाते हुए सड़कों और इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। बहुत से गांव और कस्बे इस आपदा में बुरी तरह फंस गए हैं और वहां की जन-जन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बेदखल हो गए हैं और वे सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। इस भयावह आपदा में रेलवे लाइनें, बिजली की लाइनें और पानी की पाइप लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं, जिससे असुविधा और बढ़ गई है।

राहत और बचाव कार्य

राहत और बचाव कार्यों में भारतीय सेना जी-जान से जुटी है। हेलीकॉप्टरों, बोट्स और अन्य राहत सामग्रियों का भी व्यापक पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है। सेना के जवान वहां के स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को बाहर निकाल रहे हैं और सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। सैनिकों द्वारा बनाए जा रहे इस धातु पुल के जरिये भोजन, पानी, दवाइयाँ और अन्य आवश्यक सामग्रियाँ उन इलाकों में पहुंचाई जा रही हैं, जो भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हैं।

धातु पुल का महत्व

धातु पुल का निर्माण करके सैनिक स्थानीय निवासियों के लिए एक प्रकार की जीवन रेखा स्थापित कर रहे हैं। इस पुल का निर्माण तेज गति से किया जा रहा है ताकि प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द आवश्यक वस्तुएँ पहुंचाई जा सकें। पुल के जरिए न केवल सामग्रियों की आपूर्ति हो रही है, बल्कि मेडिकल कैंप भी स्थापित किए जा रहे हैं ताकि बीमार और घायल लोगों का सही समय पर इलाज हो सके। इसके अलावा, इस पुल से बचाव कार्यों में तेजी लाई जा सकती है, जिससे और अधिक लोगों की जान बचाई जा सकेगी।

भविष्य की चुनौतियां

आगामी दिनों में अभी भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं और बढ़ सकती हैं और इससे और अधिक नुकसान हो सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि राहत और बचाव कार्य निरंतर जारी रहें और स्थानीय प्रशासन और सेना मिलकर इन आपदाओं से निपटने के कारगर उपाय करें। भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए एक मजबूत और व्यवस्थित योजना आवश्यकता होगी जिसके तहत आपातकालीन स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

समाप्ति में, इस मुश्किल समय में सेना की सक्रियता और तत्परता ने कई परिवारों को एक नई उम्मीद दी है। ऐसे प्रयासों से न केवल लोगों की जान बचाई जा रही है, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया जा रहा है कि वे अकेले नहीं हैं। आज केरल में जो स्थिति उत्पन्न हुई है, उससे निपटने के लिए ऐसे ही सामूहिक और समर्पित प्रयासों की जरूरत है।

आरव

11 टिप्पणि

  • Image placeholder

    RAJIV PATHAK

    अगस्त 2, 2024 AT 02:47

    अरे भाई, धातु का पुल बना रहे हैं? ये सब टीवी पर दिखाते हैं, लेकिन असल में तो 6 महीने बाद भी नहीं बनता। इनकी 'त्वरित गति' का मतलब है - जब तक कैमरा चल रहा है।

  • Image placeholder

    Nalini Singh

    अगस्त 2, 2024 AT 09:12

    भारतीय सेना के इस अद्भुत प्रयास के लिए विशेष धन्यवाद। एक धातु पुल का निर्माण न केवल भौतिक संपर्क को पुनर्स्थापित करता है, बल्कि आत्मविश्वास का भी संदेश देता है कि जब राष्ट्र एकजुट होता है, तो कोई भी आपदा अजेय नहीं हो सकती। यह एक ऐसा उदाहरण है जो विश्व को दिखाता है कि भारत कैसे नागरिकों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाता है।

  • Image placeholder

    Sonia Renthlei

    अगस्त 3, 2024 AT 14:40

    मुझे लगता है कि यह सब बहुत भावनात्मक है, लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि इन स्थानीय लोगों को इस पुल के बारे में क्या लगता है? क्या उन्हें पता है कि ये पुल किस तरह का होगा? क्या उन्हें इसके डिजाइन में शामिल किया गया? मैं बस इतना कहना चाहती हूँ कि जब हम राहत की बात करते हैं, तो हमें उन लोगों की आवाज़ें भी सुननी चाहिए जिनके लिए हम ये सब कर रहे हैं। वो बस एक बाहरी व्यक्ति नहीं हैं, वो इसके हिस्सा हैं। अगर हम उनके साथ बैठकर बात करें, तो शायद हम और भी बेहतर तरीके से मदद कर सकें।

  • Image placeholder

    Aryan Sharma

    अगस्त 3, 2024 AT 17:05

    ये पुल असल में CIA का जासूसी नेटवर्क है। वो इसलिए बना रहे हैं ताकि चीन के लोग यहाँ आएं और भूस्खलन के बाद भी वो यहाँ आएं और जासूसी करें। तुम देखोगे, अगले महीने ही यहाँ ड्रोन उड़ने लगेंगे। सेना ने ये पुल बनाया है ताकि वो डेटा चुरा सकें।

  • Image placeholder

    Devendra Singh

    अगस्त 3, 2024 AT 23:25

    क्या आप लोग ये भूल गए कि ये पुल बनाने के लिए 300 करोड़ खर्च हुए? और फिर भी इतनी बड़ी खुशी? अगर ये एक साधारण लकड़ी का पुल होता, तो ये सब नहीं लिखते। आप लोग बस फोटो के लिए खुश हो रहे हैं।

  • Image placeholder

    UMESH DEVADIGA

    अगस्त 4, 2024 AT 17:04

    मैंने अपने दोस्त को यहाँ देखा है, वो बच्चों के साथ भोजन बाँट रहा था। और तुम लोग इस पुल के बारे में बात कर रहे हो? असली जीत तो वो है जब कोई अपने आप को भूलकर दूसरों के लिए जीता है। ये पुल तो बस एक लोहे का टुकड़ा है, लेकिन उन जवानों का दिल... वो तो अनमोल है।

  • Image placeholder

    Roshini Kumar

    अगस्त 4, 2024 AT 23:16

    लोगों ने धातु पुल कहा... लेकिन ये तो सिर्फ एक ब्रिज है... ये ब्रिज नहीं है ये ब्रीज है... और अगर आप इसे ब्रिज नहीं कहेंगे तो आप इंग्लिश नहीं जानते? 😅

  • Image placeholder

    Siddhesh Salgaonkar

    अगस्त 5, 2024 AT 12:28

    भाई ये पुल बन रहा है तो बहुत अच्छा 😍❤️ लेकिन क्या ये भी बनाया जाएगा कि बारिश में ये फिर से न टूटे? नहीं तो ये भी वो ही चीज होगी जो टीवी पर दिखाई जाती है और फिर भूल जाई जाती है 😔

  • Image placeholder

    Arjun Singh

    अगस्त 5, 2024 AT 12:42

    असली बात ये है कि ये पुल बनाने में कितने स्टील बार्स लगे? और क्या वो ASTM A36 स्टैंडर्ड पर बनाए गए हैं? नहीं तो ये 5 साल में जंग खा जाएगा। और लोड कैपेसिटी? क्या इसे 10 टन ट्रक चला सकता है? अगर नहीं, तो ये बस एक फोटो ऑपरेशन है।

  • Image placeholder

    yash killer

    अगस्त 6, 2024 AT 07:39

    भारतीय सेना ने फिर से देश को बचाया अगर ये पुल नहीं बनाते तो केरल के लोग भूखे मर जाते। ये बहुत बड़ी बात है। अब कोई भी बोले तो उसकी गले में लटका दूंगा। भारत मरेगा नहीं भारतीय सेना है ना।

  • Image placeholder

    Ankit khare

    अगस्त 7, 2024 AT 09:36

    अरे यार ये सब नाटक है भाई ये पुल तो बन रहा है लेकिन जब तक गांवों में स्वच्छ पानी नहीं आया तब तक ये सब बेकार है। और अगर तुम्हें लगता है कि ये पुल ही सब कुछ है तो तुम जीवन का असली अर्थ नहीं जानते। ये बस एक टाइमपास है जब तक बच्चे बीमार होते हैं और दवाइयाँ नहीं मिलतीं तब तक ये पुल बस एक गांव की फोटो के लिए है।