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Bajaj Housing Finance की पहली तिमाही में 22% की ग्रोथ, शेयरों में गिरावट क्यों आई?

के द्वारा प्रकाशित किया गया Aashish Malethia    पर 26 जुल॰ 2025    टिप्पणि(0)
Bajaj Housing Finance की पहली तिमाही में 22% की ग्रोथ, शेयरों में गिरावट क्यों आई?

Bajaj Housing Finance का Q1 FY26 प्रदर्शन: आंकड़ों में मजबूती, बाजार में सुस्ती

Bajaj Housing Finance ने पहली तिमाही के नतीजों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। कंपनी के डिस्बर्समेंट्स में 22% की साल-दर-साल तेजी दर्ज हुई, जो बढ़कर ₹14,651 करोड़ पहुँची। इसके साथ ही कंपनी की Assets Under Management (AUM) 24% बढ़कर ₹1,20,420 करोड़ पर पहुँच गई। यह आंकड़े इस बात का संकेत देते हैं कि हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर में लगातार डिमांड बनी रही। कंपनी के मुनाफे (PAT) में 21% की ग्रोथ के बाद यह ₹583 करोड़ पर रिकॉर्ड हुआ। हालांकि, यह पिछले तिमाही के मुकाबले हल्का-सा, सिर्फ 0.6% घटा है।

ऑपरेशन से होने वाली कमाई में भी मजबूती दिखी है। कंपनी की कुल आमदनी 18% बढ़कर ₹2,616 करोड़ हो गई और Net Interest Income (NII) में 33% की उछाल आई, जो ₹887 करोड़ रही। Bajaj Housing Finance ने अपनी एसेट क्वालिटी संभाली रखी है: Gross NPA सिर्फ 0.30% और Net NPA 0.13% पर रहा। इसका मतलब है कि कंपनी ने जोखिम प्रबंधन में बेहतर काम किया है। अपने खर्चों को भी कंपनी ने कंट्रोल में रखा है; ऑपरेशनल खर्च नेट इनकम का 21.2% ही रहा। CRAR यानी पूंजी पर्याप्तता अनुपात 26.94% रहा, जो रेगुलेटरी जरूरतों से काफी ऊपर है।

मार्केट रिएक्शन, आगे की राह और चुनौतियां

मार्केट रिएक्शन, आगे की राह और चुनौतियां

बावजूद इन अच्छे फाइनेंशियल नतीजों के, Bajaj Housing Finance के शेयरों में 24 जुलाई 2025 को लगभग 1% की गिरावट हुई। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसका बड़ा कारण कंपनी का आगे के लिए दिया गया गाइडेंस है। प्रबंधन ने FY26 के लिए AUM ग्रोथ का अनुमान कम कर 21-23% कर दिया है, जबकि पहले यह अनुमान थोड़ा ज्यादा था। इसका तात्पर्य है कि रियल एस्टेट की तेजी अब थोड़ी धीमी हो सकती है या प्रतिस्पर्धा बढ़ने से ग्रोथ पर दबाव आ सकता है।

Net Interest Margin (NIM) को लेकर भी प्रबंधन ने साफ कहा है कि इसमें 15-20 बेसिस पॉइंट्स की कमी आ सकती है। इसका कारण निवेश से कम आय और लोन असाइनमेंट से मिलने वाले रिटर्न में गिरावट बताया गया है। यह बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर के लिए आम चुनौती बनती जा रही है, खासतौर पर ऐसे समय में जब फंडिंग कॉस्ट बढ़ रही हो।

कुल मिलाकर, Bajaj Housing Finance के लेटेस्ट नतीजे अच्छे रहे, लेकिन शेयर की कीमत पर दबाव बना रहा क्योंकि बाजार को उम्मीद थी कि कंपनी ग्रोथ और मार्जिन के मोर्चे पर ज्यादा दम दिखाएगी। असल सवाल अब यही है कि बढ़ती प्रतियोगिता और रियल एस्टेट सेक्टर की धीमी रफ्तार के दौर में कंपनी किस तरह अपनी तेजी बरकरार रखते हुए आगे बढ़ पाएगी।