बाइडेन की उम्मीदवारी पर विवाद और डेमोक्रेट्स का निर्णय
डेमोक्रेटिक पार्टी में एक बड़े घटनाक्रम के तहत, कुछ प्रमुख सदस्यों ने डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी (DNC) को एक पत्र लिखने की तैयारी की है जिसमें वर्चुअल रोल कॉल वोट प्रक्रिया को रोकने की मांग की गई है। इस पत्र का मसौदा तैयार कर लिया गया है और इसे कमेटी के पास भेजा जाना है। इस पत्र में सदस्यों ने वर्चुअल वोट को 'भयानक विचार' बताया है, जो पार्टी की नैतिकता को कमजोर करने का माध्यम बन सकता है। सदस्यों के अनुसार, जब पार्टी के मनोबल की बात आती है, तो इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना अधिक होती है।
विचारधाराओं में अंतर
इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले सदस्यों की राय बाइडेन की उम्मीदवारी को लेकर विविध है। कहीं कुछ सदस्यों ने बाइडेन को उम्मीदवार बनाए रखने की बात कही है तो कुछ ने उन्हें कदम पीछे खींचने का सुझाव दिया है। बाइडेन की जल्दबाजी में नामांकन प्रक्रिया के पीछे कुछ का मानना है कि यह सिर्फ एक राजनीतिक कदम है जो पार्टी की एकता और जोश पर गहरा असर डाल सकता है।
ओहायो कानून और DNC का फैसला
शुरुआती रोल कॉल वोट को ओहायो कानून की समयसीमा को देखते हुए तैयार किया गया था। परंतु, हाल ही में राज्य द्वारा कानून पास किया गया, जिससे उस समयसीमा की आवश्यकता नहीं रही। अब, नई व्यवस्थाओं के बावजूद DNC ने 19 और 21 जुलाई को अपनी बैठकों में वर्चुअल वोट की योजना को अंतिम रूप देने का फैसला किया है। इससे पहले कि अगस्त में पार्टी सम्मेलन हो, बाइडेन को आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में नामांकित किए जाने की उम्मीद है।
बाइडेन अभियान और DNC का पक्ष
बाइडेन अभियान और DNC के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वे इस प्रक्रिया के द्वारा ओहायो के रिपब्लिकन से बचने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं वे बाइडेन को मतदान से बाहर न कर दें। हालांकि, ऐसे दावे को लेकर भी विवाद बना हुआ है।
प्रमुख व्यक्ति और उनके विचार
इस चर्चा में प्रमुख रूप से शामिल प्रमुख व्यक्ति कैलिफ़ोर्निया के डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि जैरेड हफ़मैन और DNC अध्यक्ष जैमे हैरिसन हैं। दोनों ने अपने-अपने पक्ष रखते हुए इस चर्चा को दिशा दी है।
जैरेड हफ़मैन ने पार्टी की नैतिकता और एकता को ध्यान में रखते हुए इस प्रक्रिया को रोकने का आग्रह किया है जबकि जैमे हैरिसन ने पार्टी नियमों और कानूनों का हवाला देकर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का समर्थन किया है।
इस तरह की विशेष चर्चा और सम्मेलन के पहले ही वर्चुअल वोट पर ठोस निर्णय लेने से पार्टी के अंदर और भी विवाद और असहमति बढ़ सकती है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आखिरकार इस विवाद का अंत क्या होता है और किस दिशा में पार्टी आगे बढ़ती है।
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